पीएनबी घोटाला वित्तीय पण्राली के लिए गंभीर खतरा

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Published on : 17 Feb, 18 12:02

बैंकिंग नियामक आरबीआई भी इस समस्या की पहचान समय पर नहीं कर पाया डीएस रावत, महासचिव एसोचैम उद्योग संगठन एसोचैम ने सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) घोटाले पर गहरी चिंता व्यक्त की है। संगठन के मुताबिक जिस तरह से सार्वजनिक क्षेत्र के पीएनबी की एक शाखा में 11,300 करोड़ रपए की फर्जी लेनदेन हुए, वह यह दर्शाता है कि भारतीय बैंक खासकर सरकारी बैंक कितने असुरक्षित हैं। यह देश की वित्तीय स्थिति के लिए गंभीर खतरा है।एसोचैम ने शुक्रवार को जारी बयान में कहा कि उप प्रबंधक स्तर का एक अधिकारी न सिर्फ देश के दूसरे बड़े सरकारी बैंक बल्कि कई अन्य बैंकों के लिए मुसीबन बना, उससे पता चलता है कि इन संस्थानों में जोखिम प्रबंधन पण्राली कितनी कमजोर रही और किस तरह वहां ऋण प्रदान की प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया गया। बढ़ती भारतीय अर्थव्यवस्था में बैंकों तथा अन्य वित्तीय संस्थानों का आकार भी इतना बड़ा हो गया है कि अगर कोई मामला खराब हो तो उसका असर भी उतना ही व्यापक होगा। पीएनबी की घटना जोखिम की पहचान और उसके प्रबंधन में हुई चूक जैसे मामलों के लिए आंखें खोलने वाली होनी चाहिए।संगठन के महासचिव डीएस रावत ने कहा, यह विडंबना है कि बैंकिंग नियामक, भारतीय रिजर्व बैंक भी इस समस्या की पहचान समय पर नहीं कर पाया। आखिरकार,बैंक की शाखाओं में आरबीआई की जांच नियमित मामला माना जाता है। यह मामला ऐसे बुरे समय में सामने आया है जब बैंक एनपीए की समस्या से जूझ रहे हैं।


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