फाउण्डेशन करेगा 12 विभूतियों का सम्मान

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Published on : 16 Feb, 18 14:02

आगामी 11 मार्च को होगा महाराणा मेवाड फाउण्डेशन 36वाँ वार्षिक सम्मान समर्पण समारोह-2018

फाउण्डेशन करेगा 12 विभूतियों का सम्मान उदयपुर, महाराणा मेवाड चैरिटेबल फाउण्डेशन, उदयपुर के 36वें वार्षिक सम्मान समर्पण समारोह 2018 के राज्यस्तरीय अलंकरणों की घोषणा शुक्रवार को की गई। आगामी 11 मार्च 2018, रविवार सायं 4 बजे फाउण्डेशन के अध्यक्ष एवं प्रबंध न्यासी श्रीजी अरविन्द सिंह जी मेवाड सिटी पैलेस प्रांगण उदयपुर में आयोजित विशेष समारोह में इन विभूतियों को अलंकृत करेंगे। महाराणा मेवाड चैरिटेबल फाउण्डेशन, उदयपुर अपने लक्ष्य एवं उद्देश्यों के अनुरूप अब तक 35 वार्षिक सम्मान समारोहों के तहत 4289 देश-विदेश की विभिन्न विभूतियों एवं मेधावी विद्यार्थियों को सम्मानित कर चुका है।

> महाराणा मेवाड फाउण्डेशन 36वें वार्षिक सम्मान समर्पण समारोह के संयोजक डॉ. मयंक गुप्ता ने बताया कि फाउण्डेशन द्वारा राज्य स्तर पर दिये जाने वाले अलंकरणों के अन्तर्गत, इस वर्ष समाज में शैक्षिक, चारित्रिक, नैतिक, सामाजिक एवं आर्थिक उत्थान हेतु दी जाने वाली स्थायी मूल्य की सेवाओं के तहत दिया जाने वाला ‘‘महाराणा मेवाड सम्मान’’ मुम्बई के आबिद सूरती, नई दिल्ली की श्रीमती रसप्रीत सिद्धु एवं पद्यभूषण सत्यव्रत शास्त्री को प्रदान किया जावेगा। श्री सूरती ड्रोप डेड फाउण्डेशन के संस्थापक एवं एकल सदस्य है। जिसका उद्देश्य ‘पानी की प्रत्येक बूंद बचाओ या मर जाओ’ है।

श्रीमती सिद्धु को भारतीय महिला बास्केट बॉल टीम की कप्तान होने के साथ ही साथ लेवल 1 कोच होने का भी गौरव प्राप्त है आपका उद्देश्य खेलों में महिलाओं व छात्राओं को अधिक जोडकर मुख्य धारा में लाना है। श्री शास्त्री शिक्षा एवं साहित्य के विद्वान एवं मनीषी रचनाकार है। आप द्वारा रचित तीनों महाकाव्यों में प्रत्येक में लगभग 1000 श्लोक है। आप संस्कृत के प्रथम ज्ञानपीठ पुरस्कार प्राप्तकर्ता ह।


संयोजक गुप्ता ने बताया कि फाउण्डेशन द्वारा दिये जाने वाले राज्यस्तरीय अन्य अलंकरणों के तहत ज्योतिष, वेद विज्ञान एवं कर्मकाण्ड में श्रेष्ठ योगदान के लिये मूलतः खेरवाडा निवासी डॉ. संदीप जोशी एवं उदयपुर के पं. (डॉ.) चन्द्रकान्त पुरोहित को ‘‘महर्षि हारीत राशि सम्मान’’ प्रदान किया जाएगा। वैदिक संस्कृति एवं वैदिक साहित्य के संरक्षण एवं संवर्द्धन में अभूतपूर्व सेवाओं के लिए डॉ. संदीप जोशी तथा इनके साथ ही भारतीय संस्कृति को जीवंत रखते हुए समाज को वैदिक संस्कृति से जोडने हेतु वेद विज्ञान एवं कर्मकाण्ड अध्ययन-अध्यापन के माध्यम से समाजसेवा करने वाले पं. पुरोहित सम्मानित होंगे।
भारतीय संस्कृति, साहित्य व इतिहास के क्षेत्र में दिये जाने वाला ‘‘महाराणा कुम्भा सम्मान’’ राजस्थानी साहित्य के जाने माने नाम देवकिशन राजपुरोहित को अपने भावपूर्ण लेखन हेतु प्रदान किया जाएगा।


फाउण्डेशन द्वारा ललित कला के क्षेत्र में दिया जाने वाला ‘‘महाराणा सज्जनसिंह सम्मान’’ लोककला के क्षेत्र में राजस्थान का नाम रोशन करने वाले शाहपुरा, भीलवाडा निवासी अभिषेक जोशी को प्रदान किया जाएगा। श्री जोशी ने अपनी पुश्तैनी कला फड चित्रकारी को अलग अंदाज में प्रस्तुत करते हुए मेवाडी इतिहास को दर्शाया है।
संगीत के क्षेत्र में दिया जाने वाला ‘‘डागर घराना सम्मान’’ इस वर्ष भारत के प्रख्यात ध्रुपद गायक प्रशांत एवं निशांत मलिक को भारतीय धुपद गायकी के क्षेत्र में नये आयाम स्थापित करने हेतु अलंकृत किया जाएगा।
आदिवासी समाज के उत्थान के लिए दिया जाने वाला ‘‘राणा पूंजा सम्मान’’ इस वर्ष मेवाड के आदिवासी अंचल उदयपुर जिले के गोगुन्दा के मलारिया व आसपास के ग्रामों में आदिवासी परिवारों को स्वास्थ्य, कन्या शिक्षा के प्रति अलख जगाने वाली श्रीमती वरदी बाई को प्रदान किया जाएगा।


फाउण्डेशन द्वारा राज्य के खिलाडियों को दिये जाने वाले ‘‘अरावली सम्मान’’ से उदयपुर के अन्तरराष्ट्रीय शक्तितोलक खिलाडी मिहिर सोनी एवं जयपुर के हिमांशु लाम्बा को रोल बॉल खेल में भारत का नाम रोशन करने के उपलक्ष में हेतु प्रदान किये किया जायेंगे।
इन अलंकरणों से सम्मानित होने वाली विभूतियों को इक्यावन हजार एक रू., तोरण, शॉल एवं प्रशस्तिपत्र भेंट किये जायेंगे।



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