राष्ट्रीय लोक अदालत में 614 प्रकरणों का निस्तारण

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Published on : 14 Feb, 18 10:02

झालावाड़ । राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण एवं राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर के निर्देशानुसार एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (जिला एवं सेशन न्यायाधीश) डॉ. राजेन्द्र सिंह चौधरी के मार्गदर्शन में वर्ष 2018 की प्रथम राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन शनिवार को जिला मुख्यालय एवं सभी तालुका मुख्यालयों पर किया गया। पूर्णकालिक सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण झालावाड हनुमान सहाय जाट ने बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत में न्यायालयों के लम्बित प्रकरणों में शमनीय दाण्डिक अपराध, अन्तर्गत धारा 138, पराक्रम्य विलेख अधिनियम, बैक रिकवरी मामले, एम.ए.सी.टी. मामले, वैवाहिक विवाद, श्रम विवाद, भूमि अधिग्रहण मामले (केवल जिला न्यायालय में लम्बित), राजस्व मामले (केवल जिला न्यायालय में लम्बित), मजदूरी, भत्ते, पेंशन भत्तों से संबंधित सेवा ममाले, अन्य सिविल मामले (किराया, सुखाधिकार, निषेधाज्ञा दावे एवं विनिर्दिष्ट पालना दावे) आदि से संबंधित 3278 प्रकरण चिन्हित किये गये है तथा प्री-लिटिगेशन स्तर के 1735 प्रकरण चिन्हित किये गये थे। जिनमें से आपसी समझौते से न्यायालय में लम्बित 454 प्रकरण एवं प्री-लिटिगेशन स्तर के 133 प्रकरण निस्तारित किये गये एवं राशि रू. 32445139/- के अवार्ड पारित किये गये। पारिवारिक प्रकरणों में 5 प्रकरण आपसी राजीनामे से निस्तारित किये गये। साथ ही जिला मुख्यालय पर एन.डी.पी.एस. जज अनुपमा बिजलानी की बैंच में कुल 114 प्रकरण निस्तारित हुए जो कि जिले में एक ही बैंच के समक्ष निस्तारित मामलों में सर्वोच्च है। साथ ही अधिवक्ता रामबाबू माहेश्वरी के द्वारा कुल 25 प्रकरणों में राजीनामा करवाया गया जो कि जिले में एक ही अधिवक्ता द्वारा कराये गये मामलों में सर्वोच्च है। बार अध्यक्ष मुकेश जैन ने दोनों को प्रतीक चिन्ह भंेट कर सम्मानित किया। यह परम्परा राजीनामा कराने के लिए प्रोत्साहित करने हेतु बार अध्यक्ष द्वारा शुरू की गई है।
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