मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान ग्रामीण व शहरी का भव्य शुभारंभ

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Published on : 21 Jan, 18 15:01

बांसवाड़ा,प्रदेश के जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के राज्यमंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री सुशील कटारा ने कहा है कि मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान इस अंचल के किसानों और आमजन के लिए वरदान साबित हुआ है और पिछले दो चरणों की सफलता के बाद अब तीसरा चरण भी लोगों के लिए राहत बनकर आएगा।
प्रभारी मंत्री कटारा शनिवार को बांसवाड़ा पंचायत समिति के झरनिया पंचायत में मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान (ग्रामीण एवं शहरी) के तृतीय चरण के शुभारम्भ समारोह में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि इस अंचल में सूखी पहाड़ियों को हरा-भरा करते हुए गांव-गांव को पानी के मामले में स्वावलंबी बनाने के लिए राज्य सरकार ने इस अनूठे अभियान को शुरू किया है और पिछले दो चरणों में सरकार ने सवा सौ करोड़ रुपये व्यय करते हुए पानी बचाने की पहल की है। यह अभियान इस क्षेत्र के भविष्य के लिए बहुत ही कारगर साबित होगा अतः हर व्यक्ति को इसमें बढ़कर हिस्सा लेना चाहिए व सफल बनाना चाहिए। इस मौके पर उन्होंने राज्य सरकार द्वारा इस अंचल के निवासियों के लिए चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी और लोगों से इसका पूरा-पूरा लाभ उठाने का आह्वान किया।
चरणबद्ध रूप से संकल्प के साथ हो रहा कार्य: सेठी
समारोह को संबोधित करते हुए जिले के प्रभारी सचिव व एमजेएसए के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुदर्शन सेठी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के तहत चरणबद्ध रूप से संकल्प के साथ कार्य किया जा रहा है और प्रथम व द्वितीय चरण के कार्यों के प्रभावों का अध्ययन करते हुए आगामी चरणों की रूपरेखा बनाई गई है। उन्होंने कहा कि इस अभियान के आमजन की सहभागिता के कारण सफलता मिली है और अब तक 6 हजार हेक्टेयर भ्ूामि को विकसित किया गया है। उन्होंने चौथे और पांचवें चरण के तहत अभियान की तैयारियों के बारे में भी बताया तथा कहा कि आगामी चरण में ड्रोन के माध्यम से सर्वे कराई जाएगी। इस मौके पर उन्होंने टीएसपी क्षेत्र में 18 हजार कुओं के जीर्णोद्धार के कार्य के बारे में जानकारी ली और इसका लाभ उठाने का आह्वान किया।
उज्ज्वल भविष्य की अनूठी योजना: महंत रघुवीरदास
समारोह को संबोधित करते हुए महंत रघुवीरदास ने कहा कि जीवन जीने के लिए हवा, पानी व पृथ्वी प्रकृति की सौगात है परंतु भौतिकता व अदूरदर्शी दोहन के कारण इनकी स्थितियांे में बदलाव आ गया है। उन्होंने रासायनिक उर्वरकों के प्रयोग के कारण बंजर हो चुकी जमीन के कारण पंजाब के जैविक खेती की ओर बढ़ने के तथ्य को उद्घाटित किया और आमजन को इसके प्रति सचेत होने का आह्वान किया। इस मौके पर उन्होंने मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान को मानव के उज्ज्वल भविष्य की अनूठी योजना बताया तथा सभी लोगों को इसमें तन-मन-धन से जुड़ने का आह्वान किया।
अभियान को मिला साढ़े तीन करोड़ का जनसहयोग: कलक्टर
समारोह को संबोधित करते हुए जिला कलक्टर भगवती प्रसाद ने कहा कि मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के प्रथम और द्वितीय चरण में 340 गांवों में 140 करोड़ रुपयों के कार्य करवाए है और इसमें साढ़े तीन करोड़ रुपए व्यय किए गए है। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण की दृष्टि से महात्मा गांधी नरेगा योजना के तहत भी जिले में 17 हजार कुओं में से 6 हजार कुएं पूर्ण हो गए हैं और 7 हजार अधूरे कुओं को इस वर्ष स्वीकृति प्राप्त हुई है।
कार्यक्रम के आरंभ में मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के प्रभारी व अधीक्षण अभियंता दीपक श्रीवास्तव ने स्वागत उद्बोधन देते हुए अभियान के प्रथम व द्वितीय चरण की प्रगति की जानकारी दी।
समारोह में बांसवाड़ा प्रधान दूधालाल, नगरपरिषद सभापति मंजूबाला पुरोहित, जिला पुलिस अधीक्षक कालूराम रावत, अतिरिक्त जिला कलक्टर हिम्मतसिंह बारहठ, जिला परिषद सीईओ हर्षसावन सूखा, एसडीओ डॉ. भंवरलाल, कृषि उपनिदेशक रमेश जारोली, नगरपरिषद आयुक्त भोमाराम सेनी, एसई हसनुद्दीन पठान व संजीव अग्रवाल, विकास अधिकारी दलीपसिंह सहित स्थानीय सरपंच और बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।
समारोह का संचालन रंगकर्मी सतीश आचार्य ने किया जबकि आभार प्रदर्शन की रस्म जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हर्षसावन सूखा ने अदा की।
अभियान को सफल बनाने ली शपथ:
समारोह में अभियान को सफल बनाने के लिए मौजूद समस्त अतिथियों और ग्रामीणों को शपथ भी दिलाई गई।
शिलान्यास व पौधरोपण भी किया:
इस अवसर पर अतिथियों ने मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के तृतीय चरण के तहत कार्य का शिलान्यास किया। इस दौरान उन्होंने श्रमदान भी किया तथा पौधरोपण करते हुए पानी का सींच किया।

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