न्यास में भ्रष्टाचार कर्फ्यू-- पत्रकार अख्तर खान

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Published on : 20 Jan, 18 11:01

कोटा / भ्रष्टाचार ,,लेटलतीफी का प्रमुख केंद्र बने ,,नगरविकास न्यास ,ने अपनी कारगुज़ारियां छुपाने के लिए ,,कोटा नगरविकास न्यास कार्यालय में ,,,कुलियों में गूढ़ फोड़ने के लिए ,,स्थानीय नेताओ की मदद से ,,भरस्टाचार कर्फ्यू लगाकर ,,आम आदमी ,,जिसकी ज़रुरत नगरविकास न्यास से संबंधित कामकाज की जानकारी लेने के लिए कार्यालय में जाना है ,उस प्रतिबंधित कर दिया है ,,,,देशः के क़ानून के मुताबिक़ ,,आम जनता से जुडी ,,समस्याओ ,,उनके समाधान से जुड़े कार्यालय ,,पब्लिक कार्यालय होते है ,,ऐसे कार्यालयों में भारतीय दंड संहिता की परिभाषा 452 में भी रोक का किसी को अधिकार नहीं है ,,,ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट ,के प्रावधान में ही ,कार्यालयों में किसी को आने जाने से प्रतिबंद्धित किया जा सकता है ,लेकिन अरबों रूपये जनता से कमाकर ,उनकी सम्पत्तियों को अधिग्रहित कर ,अरबो रूपये का जनहित कार्य करवाने ,,कॉलोनियों की देखभाल करने ,,आम लोगो के लिए उपभोक्ता की सेवा देने ,,उनसे शुल्क वसूल कर उन्हें सुविधा देने वाली नगरविकास न्यास संस्था ,,चोर के पकड़े जाने के डर से और चोर पकड़े न जाए बस इसीलिए आम लोगो की आवाजाही ,,ऐसे लोग जो नगरविकास न्यास के ग्राहक है ,,उनके उपभोक्ता है उनके प्रवेशः पर रोक क़ानूनी रूप से लगा ही नहीं सकती ,,,,अदालतों तक में आम आदमी की आवाजाही पर रोक नहीं है फिर भी ,कुछ स्थानीय प्रभावशाली हिस्सेदार लोगो की मदद से ,,नगरविकास न्यास कोटा में यह तुगलकी फरमान जारी किया गया है ,,और वर्तमान में स्थानीय नेता ,,जनप्रिनिधि ,,भाजपा के कथित ईमानदारी का राग अलापने वाले नेता ,,सांसद ,,विधायक ,,खामोश है जबकि यहां कोई मंत्री तो है नहीं इसलिए जनता इस व्यथा का बयांन किस मंत्री से करे ,,कोटा में वरिष्ठ आई ऐ एस अधिकारी का पद ,,संभागीय आयुक्त ,,कई महीनो से खाली है ,,जनता ऐसी नौसिखिया हरकत की शिकायत किस्से करे ,,पत्रकारों से ,,प्रतिपक्ष से ,,,आम बुद्धिजीवियों से ,,,लेकिन क्या वोह सुन पाएंगे ,,क्या उनके कानो से लापरवाही की रुई निकल गयी है ,,देखते है एक ब्रेक के बाद ,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान


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