चार पैरा स्वीमर्स मिलकर बनाएंगे रिले रिकॉर्ड

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Published on : 19 Jan, 18 17:01

मई में जाएंगे लंदन, जून में करेंगे इंग्लिश चैनल पार

 चार पैरा स्वीमर्स मिलकर बनाएंगे रिले रिकॉर्ड उदयपुर। पैरा स्विमिंग की दुनिया के सितारे राजस्थान के राजसमंद जिले के केलवा के होनहार तैराक जगदीश तेली जल्दी ही दुनियाभर में मेवाड़, राजस्थान और देश का नाम रोशन करने जा रहे हैं। कई टूर्नामेंट में अपनी नैसर्गिंक प्रतिभा का लोहा मनवाते हुए अब तक 60 से ज्यादा पदक जीत चुके जगदीश अब तीन अन्य पैरा स्वीमर्स के साथ इसी वर्ष जून में लंदन और फ्रांस की सीमा पर स्थित इंग्लिश चैनल पार कर अपना नाम समंदर के पानी और दुनिया के पैरा स्वीमिंग इतिहास के पन्नों पर स्वर्ण अक्षरों में लिखने जा रहे हैं। वे अन्य तीन तैराकों के साथ मिलकर रिले पेरा स्विमिंग करते हुए इंग्लिश चैनल को पार करने का विश्व रिकॉर्ड बनाते हुए इतिहास रचने वाले हैं।
बेहद विनम्र, जुझारू और किसी भी परिस्थिति में हार नहीं मानने का जज्बा रखने वाले जगदीश पिछले 10 साल से आर्थिक तंगाहली के बीच इंग्लिश चैनल को पार करने का सपना संजोए निरंतर कठिन अभ्यास कर रहे हैं। भादवा का सेजा केलवा (राजसमंद) के रहने वाले जगदीश ने विशेष बातचीत में बताया कि अभी इंग्लिश चैनल के लिए वे पूणे में अंतरराष्ट्रीय तैराक कोच रोहन मोरे से कोचिंग ले रहे हैं। फिलहाल वे मार्च में डेनमार्क में इंटरनेशनल स्विमिंग कंपीटीशन में हिस्सा लेने जा रहे हैं।
मई में जाएंगे लंदन
जगदीश ने बताया कि उनकी टीम को 20 से 28 जून के बीच इंग्लिश चैनल को पार करने का समय दिया गया है। इसके लिए वे रिले टीम के साथी तैराकों चेतन राउत अमरावती महाराष्ट्र, रिमो शाह पश्चिम बंगाल व ग्वालियर मध्यप्रदेश के सत्येंद्रसिंह के साथ मई में लंदन जाएंगे। चारों दिव्यांग पैरा स्विमर्स का इंग्लिश चैनल रिले का कुल खर्च 23 लाख रुपए तथा जगदीश का व्यक्तिग खर्च साढ़े पांच लाख रुपए से अधिक है। उदयपुर में जगदीश ने खेलगांव में अपने कोच महेश पालीवाल के निर्देशन में तीन साल से निरंतर अभ्यास किया है।
राजसमंद झील पार कर चौकाया था
जगदीश ने सबसे पहले 2007 में राजसमंद झील पार को पार कर सबको चौंका दिया और सुखिर्यों में आ गए। इसके बाद कई पुरस्कार मिले। 2008 में इलाहाबाद में एक राष्ट्रीय प्रतियोगिता में तृतीय स्थान पाने के बाद उनके हौसलों के मानों पंख लग गए। वे मुंबई अभ्यास के लिए गए व समंदर में तैराकी की कई स्पर्धाओं में पदकों की झड़ी लगा दी। कई स्पर्धाओं में उन्होंने दिव्यांग होते हुए भी साधारण तैराकों को पीछे छोड़ दिया। जगदीश अब तक राष्ट्रीय स्पर्धाओं में 60 से अधिक मैडल जीत चुके हैं। इनमें से 20 स्वर्ण पदक, 30 रजत और 10 से अधिक कांस्य पदक शामिल हैं। हाल ही में पोरबंदर में 7 व 8 जनवरी को हुई दो किलोमीटर की सी-स्विमिंग में उन्होंने रजत पदक जीता। जगदीश ने 2015 से राजस्थान पैरा स्विमिंग टीम में खेलना शुरू किया तो गर्व से प्रदेश का नाम ऊंचा हो गया। उन्होंने बेलगाम में दो गोल्ड, दो सिल्वर जीते। जयपुर नेशनल में एक स्वर्ण, तीन रजत व 2017 में उदयपुर में हुई राष्ट्रीय स्पर्धा के तीनों इवेंट में स्वर्ण पदक जीते।
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