वित्त वर्ष 2017-18 में 760 डिग्गी निर्माण का लक्ष्य, अब तक 363 ही बनी

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Published on : 10 Jan, 18 12:01

बीकानेर , डिग्गी और जलहौज पर दो साल पहले कम किए गए अनुदान के बाद किसानों ने डिग्गी निर्माण कम कर दिया। तीन सालों से तमाम कोशिशें करने के बाद भी कृषि विभाग लक्ष्य पूरे नहीं कर पाया तो इस साल विभाग ने लक्ष्य ही घटाकर आधा कर दिया। जैसे ही लक्ष्य आधा हुआ तो विभाग ने उसे पूरा कर लिया। सरकार के आंकड़ों में भले ही ये लक्ष्य शत-प्रतिशत पूरा माना जाएगा लेकिन डिग्गी निर्माण करने वाले किसानों की संख्या लगभग बीते सालों की तरह ही है। वित्त वर्ष 2017-18 में 760 डिग्गी निर्माण का लक्ष्य दिया गया था जिसमें से 363 डिग्गी बन चुकी है और शेष की प्रारंभिक स्वीकृति जारी हो गई जबकि पिछले साल 1400 डिग्गी निर्माण का लक्ष्य था और करीब साढ़े आठ सौ डिग्गी निर्माण हुआ था। इसी तरह पिछले वित्त वर्ष में जलहौज का लक्ष्य सात सौ था जो इस साल 370 है। खास बात ये रही कि जलहौज की पूरी स्वीकृति होने के बाद विभाग ने और जलहौज स्वीकृति की अनुमति जयपुर मुख्यालय से मांगी है क्योंकि इस साल जलहौज के लिए किसान अभी भी आवेदन कर रहे हैं। एक जलहौज निर्माण पर करीब सवा लाख का खर्च आता है जिसमें से 75 हजार का अनुदान सरकार देती है। डिग्गी निर्माण पर पांच से आठ लाख खर्च के बदले सरकार दो लाख का अनुदान दे रही है।
^ये सही है कि कई सालों से लक्ष्य पूरा नहीं हो पा रहा था। इसलिए एक बार उतने ही लक्ष्य तय किए गए जो पूरे हो सकें लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि जो आवेदन करेगा उसे डिग्गी नहीं मिलेगी। इस साल तक जिसकी स्वीकृति हो चुकी है वो फरवरी तक निर्माण करा ले वरना उसे अगले वित्तीय वर्ष में पैसा मिलेगा। डॉ.उदयभान,उपनिदेशक कृषि विभाग
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