गाय के मांस में बीमारी और दूध में होते है गुणःमेहरूनिषा

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Published on : 11 Dec, 17 10:12

उदयपुर। लाइफ प्रोग्रेसिव सोसायटी द्वारा आज भण्डारी दर्षक मण्डप में आयोजित किये गये तीसरे सर्व,धर्म सामूहिक विवाह में उस समय इतिहास बन गया जब दुल्हनों को मध्यप्रदेश के भोपाल से आयी राश्ट्रीय गौ रक्षा वाहिनी की ओर से गाय भेंट करने के प्रमाणपत्र प्रदान किये गये। साथ ही सेासायटी की ओर से चुनिन्दा जोडों को निःषुल्क प्लॉट प्रदान कियें जायेंगे। इस सर्व,धर्म सामूहिक विवाह में कुल १३ जोडो ने एक-दूसरे का दामन थामा। जिसमें एक जोडा हिन्दू ने जहंा फेरे लिये वहीं १२ जोडो ने निकाह पढा। समारोह में गृहमंत्री गुलाबचन्द कटारिया ने सभी जोडों को आषीर्वाद प्रदान किया एवं राश्ट्रीय गोरक्षा वाहिनी को गाय प्रदान करने के लिये बधाई दी।
इस अवसर पर हिन्दू-मुस्लिम एकता की प्रतीक बनी राश्ट्रीय गोरक्षा वाहिनी की प्रदेश अध्यक्ष महेरूनिषा खान ने कहा कि मुझे गर्व है कि मैं गौ पालक हूं,गौ रक्षक हूं। मैं यह मिथक समाप्त करना चाहती हूं कि हिन्दू ही नहीं मुस्लिम भी गौरक्षक होते है। गाय का मंास में बीमारी और दूध में गुण पाये जाते है। गायों की रक्षा हम और हमारी टीम करती है। आज मैं यहंा गौमाता के कारण ही खडी हूं। उन्होंने कहा कि जो भी जोडा गौरक्षा का संकल्प लेगा उसे ही गाय प्रदान की जायेगी। सभी जोडों को गाय को नही बेचने एवं उसकी देखभाल करने की शपथ दिलायी।
इस अवसर पर कटारिया, मेहरूनिषा खान,नौषाद पठान, ख्वाजा दरगाह अजमेर के गद्दीनषीन अफसान चिष्ती,डॉ.खलील अगवानी सहित अन्य अतिथियों ने सभी दुल्हा-दुल्हनों को गौरक्षा के सर्टिफिकेट प्रदान किये।
गृहमंत्री गुलाबचन्द कटारिया ने कहा कि यह खुदा की विषेश कृपा है कि हिन्दू-मुस्लिम का आपस में इस समारोह के माध्यम से आपस में संबंध बना है। डॉ. खलील अगवानी की मेहनत ने समाज को एक नई दिषा प्रदान की है। जिस दिन यह समरसता आ जायेगी उस दिन देश में इकलाब आयेगा।
सोसायटी सदर डॉ. खलील अगवानी ने बताया कि इससे पूर्व अष्विनी बाजार स्थित सौदागर बाबा की दरगाह से १३ ही दुल्हों की बारात बैण्ड बाजों के साथ रवाना हुई जो भंडारी दर्शक मण्डप पंहुच कर सम्पन्न हुई। सोसायटी की ओर से प्रत्येक जोडे को घरेलू सामान फ्रीज, टीवी, कूलर, ड्रेस, पलंग, कम्बल, बेडशीट, वॅाच, ४ सिल्वर जेवर इत्यादि दिये जायेंगे। इस सम्मलेन में २ पैकेज रखे थे। पण्डित जय नारायण व्यास ने एक जोडे को फेरे दिलवाये तथा ४ मौलानाओं ने १२ जोडों को निकाह पढाया। साथ ही इस दौरान सभी जोडों को भ्रूण हत्या और नषा नहीं करने का संकल्प दिलाया गया। इसके अलावा प्रत्येक दूल्हे को एक हेलमेट दिया गया।
डॉ. अगवानी ने बताया कि इस सामूहिक विवाह में राज्य के मंत्री अमीन पठान,अंजुमन सोसायटी के सदर मोहम्मद खलील,बजरंग दल के कमलेन्द्रसिंह पंवार,महिला अधिकारिता विभाग की चंदा अग्रवाल, महिला थाना की महिला सुरक्षा सलाहकार नीलिमा,मजहर खान,अकील मोहम्मद, चोखला मदारे सदर शकूर खां सहित अनेक अतिथि मोजूद थे।
च्ंाद अग्रवाल ने बताया कि सभी दुल्हनों को मुख्यमंत्री की ओर से १८-१८ हजार रूपयें प्रदान किये गये।
महिला संयोजक साईना बानो एवं शमीम बानू ने बताया की दुल्हनों को शादी के बाद सिलाई,मेहँदी,बेसिक कम्प्यूटर प्रशिक्षण निःशुल्क दिया जाएगा।
ये जोडे हमसफर-शरीफ मोहम्मद-कौसर नाज,मिर्जा नदीम बेग-आफरीन पठान, मोहम्मद नूर-नाजनीन सैय्यद,नंदकिषोर-काजोल यादव, सद्दाम हुसैन-अफसाना, साजिद-यास्मीन छींपा, हैदर अली-षाहिस्ता छींपा, सौहेल खान-साईना बानो,षाहरूख खान-शबनम,निसार खंा पठान-नौरीन,इलियास-नेहा बानू,जमील मोहम्मद पिंजारा- रानू,जाकिर हुसैन-नजमा हम सफर बनें। ये सभी जोड रतलाम, नीमच, उदयपुर, भीमगढ,निम्बाहेडा,सनवाड,नाथद्वारा,मावली,पलोदडा, बालोतरा, चित्तौडगढ,पाली,सराडा, के थे।

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