डॉ. भीमराव अम्बेडकर सामाजिक क्रांति के पुरोधाः जोशी

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Published on : 07 Dec, 17 17:12

बाबा साहेब ने अपने जीवन मे आने वाली सभी समस्याओं का सहजता, साहस, धैर्य और बुद्धि से मुकाबला करते हुए सिद्ध कर दिया कि प्रतिभा और ऊॅचे मनोबल से जीवन में आने वाली सभी प्रकार की रूकावटों को लांधकर सफलता हासिल की जा सकती है उन्होने भारतीय समाज के गरीब, दीन-हीन लोगो के लिए समता पर आधारित सामाजिक न्याय दिलाने के लिए सामाजिक क्रांति का उद्घोष किया यह विचार जिला उपाध्यक्ष यज्ञदत जोशी ने जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा आयोजित संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अम्बेडकर की पुण्यतिथि के अवसर पर कांग्रेस कार्यालय में व्यक्त किये। जोशी ने कहा कि डॉ. भीमराव अम्बेडकर सामाजिक क्रांति के पुराधा थे, वे किसी एक जाति, समुदाय, धर्म के लिए नही, बल्कि पूरी मानव जाति के हित की बात किया करते थे।
बाडमेर प्रधान श्रीमती पुष्पा चौधरी ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि बाबा साहेब ने विश्व के सबसे बडे लिखित संविधान का निर्माण किया। और संविधान में स्वतंत्रता, समानता, धर्म निरपेक्षता, जैसे मौलिक अधिकारों का प्रावधान भारतीय लोकतंत्र को मजबूत बनाने में महत्ती भूमिका निभाई।
बुधवार को जिला कांग्रेस कमेटी बाडमेर द्वारा संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अम्बेडकर की पुण्यतिथि के अवसर पर बाबा साहेब की तस्वीर पर पुष्पांजलि देकर श्रद्धासुमन अर्पित किये। इस अवसर पर जिलाउपाध्यक्ष यज्ञदत जोशी, मूलाराम मेघवाल, महामंत्री, चेनसिह भाटी, प्रधान पुष्पा चौधरी, किसान कांग्रेस जिलाध्यक्ष रूपाराम सारण, युवा कांग्रेस प्रदेश सचिव नरेशदेव सहारण, एनएसयूआई जिलाध्यक्ष राजेन्द्र चौधरी, जगनाथ राठी, मेवाराम सोनी, रफीक खिलजी, महावीर बोहरा, छोटूसिह पंवार, महेन्द्र पोटलिया, कार्यालय सचिव ओमप्रकाश चौधरी, पूर्व छात्रध्यक्ष भूराराम गोदारा, नीरज जोशी, राकेश कुलदीप, थानवीर माली, इन्दाराम दर्जी सहित कई उपस्थित कांग्रेसजनों ने बाबा साहेब की तस्वीर पर श्रद्धासुमन अर्पित कर श्रद्धाजंली दी।
अंत में सभी ने दो मिनट का मौन रखा।


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