कृत्रिम प्रकाश संश्लेषण पण्राली से कम होगा प्लास्टिक का खतरा

( 17051 बार पढ़ी गयी)
Published on : 27 Nov, 17 12:11

सिंगापुर । वैज्ञानिकों ने एक ऐसा उपकरण विकसित किया है, जो प्रकाश संश्लेषण की तरह ही क्रि या कर सकता है और इथिलीन गैस के उत्पादन के लिए सूर्य की रोशनी, पानी और कार्बन डाई ऑक्साइड का उपयोग करता है।पॉलीइथिलीन बनाने में अहम भूमिका निभाने वाली इथिलीन गैस का उपयोग प्लास्टिक, रबर एवं फाइबर बनाने में किया जाता है। नई पण्राली से प्लास्टिक का खतरा भी कम किया जा सकता है। नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर के शोधार्थियों द्वारा की गई इस खोज से इथिलीन उत्पादन की वर्तमान विधि का पर्यावरण के अनुकूल एवं टिकाऊ विकल्प मिलने की उम्मीद जगी है।वर्ष 2015 में दुनिया भर में 17 करोड़ टन से अधिक इथिलीन का उत्पादन किया गया। वर्ष 2020 तक इसकी नियंतण्र मांग बढ़कर 22 करोड़ टन होने का अनुमान है। नई विधि से कार्बन डाई ऑक्साइड का उत्पादन भी कम होता है, जिससे पर्यावरण को नुकसान की आशंका कम हो जाती है।

साभार :


© CopyRight Pressnote.in | A Avid Web Solutions Venture.