बेहतर चिकित्सा सेवाएं दें - जिला कलक्टर

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Published on : 18 Nov, 17 11:11

बांसवाड़ा में एमआरएस की बैठक

बेहतर चिकित्सा सेवाएं दें - जिला कलक्टर बांसवाड़ा, मेडिकेयर रिलीफ सोसायटी की गतिविधियों को प्रभावी बनाने और सेवाओं व सुविधाओं में बढ़ोतरी करते हुए चिकित्सा का लाभ जरूरतमंदों को दें। इसके लिए हर स्तर पर मानवीय संवेदनाओं के साथ समर्पित दायित्व निभाएं। यह बात जिला कलक्टर भगवती प्रसाद ने महात्मा गांधी चिकित्सालय के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी के कक्ष में आयोजित जिला मेडिकेयर रिलीफ सोसायटी की बैठक में कही।उन्होंने एनआरएचएम के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे आर्किटेक्चर का सहयोग लेकर महात्मा गांधी चिकित्सालय के बाहरी परिसर, भवन आदि के आगे के हिस्से को बेहतर व नवीन स्वरूप प्रदान करने के प्रस्ताव तैयार करें। बैठक में बांसवाड़ा उपखण्ड अधिकारी डॉ. भंवरलाल, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी दीपक नेमा, वरिष्ठ चिकित्साधिकारी, विभागीय अधिकारी आदि मौजुद थे। जिला कलक्टर ने अस्पताल परिसर सहीत तमाम वार्डों की नियमित सफाई के लिए वार्ड प्रभारी को पांबंद करने व जहां कहीं भी गदंगी नजर आती है तो उस वार्ड के प्रभारी के विरूद्ध कार्यवाही सुनिश्चित करें।भगवती प्रसाद ने वार्डों में चूहे की समस्या के रोकथाम के लिए पुख्ता व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने एनआरएचएम के निर्माण कार्यों को त्वरित गति से प्राथमिकता के साथ पूरा करने के निर्देश दिए। प्रमुख चिकित्सा अधिकारी ने महात्मा गांधी चिकित्सालय की आवश्यकताओं के बारे में जिला कलक्टर को अवगत कराया।बैठक में जनरल नर्सिंग प्रशिक्षण केन्द्र के लिए भूमि चयन, चिकित्सालय में सिंगल डोर इंट्री के कारण विभिन्न स्थानों पर लोहे के चेनल गेट लगाने, गर्ल्स हॉस्टल में रिनोवेशन, डॉक्टर्स वाहन पार्किंग निर्माण के संबंध में चर्चा की गई।चिकित्सालय में कम्प्यूटर ऑपरेटर्स के एक सपोर्ट इंजीनियर की आवश्यकता, 5 अतिरिक्त कम्प्यूटर ऑपरेटर्स की आवश्यकता, एमसीएचएन विंग में सेंट्रल ऑक्सीजन एवं सेक्शन मशीन संचालन के लिए मानव संसाधन जो आईटीआई प्रशिक्षित को लेने, एनआरएचएम से विभिन्न पदों के लिए प्राप्त बजट अनुसार चिकित्सकल, केयर टेकर, सफाईकर्मी आदि कार्मिक लेने, ट्रोमा वार्ड में 8 स्ट्रेचर ट्रोली मेन की आवश्यकता को प्लेसमेंट एजेन्सी का चयनकर मानव संसाधन उपलब्ध करवाने के संबंध में भी चर्चा हुई। इनका भुगतान भामाशाह योजना, आरोग्य ऑनलाईन योजना, एनआरएचएम एवं एमआरएस से किया जाना प्रस्तावित है।
चिकित्सालय में रोगियों की अधिक संख्या को देखते हुए अतिरिक्त 30 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की आवश्यकता, पुरानी मोर्चरी गिराकर जमीन का समतलीकरण, रिहेबिलेश्न कक्ष के बाहर सीढ़ियों पर सीसी प्लास्टर व बाउन्ड्री निर्माण, एमसीएच विंग के पास निर्माणाधीन आयुर्वेद भवन का कार्य पूर्ण करवाना, एमसीएच विंग में पानी की निकासी ठीक करवाना, वागड़ धर्मशाला के निकट नाले को ढकने, चिकित्सालय के मेल व फिमेल वार्ड के बरामदों को जालियों से बंद कर रंग-रोगन करना, चिकित्सालय के एक्स-रे आर्थोपेडिक बरामदा की जालियों को ठीक करवाने, स्टोर की सीढ़ियों में एक दरवाजा लगाने के साथ ही क्लिनिंग मशी, सेन्ट्रल गैस पाइप लाईन ट्रोमा व कम्प्यूटर व प्रिंटर की मरम्मत के संबंध में चर्चा की गई।ईएमजी मशीन विथ एनसीएस 4 चैनल के क्रय करने, दो वाहन चालक एनजीओ के माध्यम से लिया जाना प्रस्तावित है जिनका भुगतान एमआरएस से किया जाना प्रस्तावित है। आर्थोपेडिक/बर्न वार्ड का प्लास्टर, रंग-रोगन व अन्य मरम्मत, डिजीटल एक्स-रे मशीन के संचालन के लिए दो रेडियो ग्राफर व कम्प्यूटर ऑपरेटर की आवश्यकता, डिजीटल एक्सरे मशीन के लिए फ्युजी फिल्मों की आवश्यकता, सर्जिकल औजार क्रय करने, एमएनजेवाय से नये लेब टेक्नीशियन लेने बाबत, बायो मेडिकल वेस्ट हेतु चार बाल्टियों वाली ट्रोली सिस्टम खरीदने, सीटी स्केन व भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत विभिन्न सामग्री क्रय किए जाने, चिकित्सालय के बायोमेडिकल वेस्ट के डंपिग यार्ड का मरम्मत कार्य करने, चिकित्सालय में एमसीएच विभाग में राज्य सकार की योजनाओं की जानकारी के लिए प्रत्येक तल पर एलईडी टीवी लगाने, चिकित्सकों के उपलब्धता एवं अनुपलब्धता से संबंधित डिजीटल साईन बोर्ड लगाने आदि बिन्दुओं पर चर्चा की गई।
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