पश्चिम एशिया में धूल भरी आंधी से दिल्ली में धुंध का संकट गहराया : सफर

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Published on : 17 Nov, 17 12:11

नईं दिल्ली, दिल्ली और पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने पर जारी बहस के बीच, केंद्र की एक मौसम निगरानी एजेंसी ने पश्चिम एशियाईं धूल भरी आंधी को क्षेत्र में हालिया धुंध का मुख्य कारक बताया है। पुणे स्थित वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान और अध्ययन प्रणाली (सफर) का कहना है कि आठ नवंबर को धूल भरी आंधी का योगदान 40 प्रतिशत रहा। इसने पराली से हुए उत्सर्जन को पीछे छोड़ दिया जिसका योगदान 25 प्रतिशत था।पीएम 2.5 का स्तर 640 माक्षोग्राम प्रति घन मीटर तक पहुंचने के साथ उस दिन सबसे ज्यादा प्रदूषण रहा। हफ्ते भर लंबे प्रदूषण संकट पर सफर के वैज्ञानिक आकलन रिपोर्ट यह कहा गया है। रिपोर्ट में कहा गया,बाकी, वाहन ईंधन जलने जैसे स्थानीय स्रोतों से उत्सर्जन हुआ। अगर बाहरी स्रोतों की कोईं भूमिका नहीं होती तो इस अवधि में पीएम 2.5 का स्तर 200 माक्षोग्राम प्रति घन मीटर रहता। एजेंसी ने कहा कि इसके बाद ट्रकों के प्रवेश और निर्माण गतिविधियों पर रोक जैसे आपात उपायों से सकारात्मक परिणाम आए और प्रतिशत के हिसाब से करीब 15 प्रतिशत का सुधार हुआ।


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