बालकों हेतु विधिक जागरूकता दिवस मनाया गया

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Published on : 14 Nov, 17 17:11

विधिक चेतना रैली का हुआ आयोजन

बालकों हेतु विधिक जागरूकता दिवस मनाया गया प्रतापगढ राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देषानुसार ‘प्रतापगढ न्यायक्षैत्र‘ में बालकों हेतु विधिक जागरूकता दिवस के विशेष कैम्पेन के तहत् हुआ रैली का आयोजन। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के पूर्णकालिक सचिव विक्रम साँखला ने जानकारी देते हुए बताया कि मंगलवार को बालकों हेतु विधिक जागरूकता दिवस के अवसर पर स्थानीय नगरपरिषद प्रांगण से भारत स्काउट एवं गाईड्स द्वारा विधिक चेतना रैली का आयोजन किया गया। इस अवसर पर स्काउट के छात्र-छात्राओं द्वारा आयोजित रैली को जिला एवं सेषन न्यायाधीष एवं अध्यक्ष महोदय, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, श्री राजेन्द्र सिंह ने हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर रैली में स्काउट गाईड व छात्राएं बाल विवाह संबंधी बेनर्स एवं पोस्टर थामें नगरपरिषद प्रांगण से रवाना होते हुए स्थानीय किला परिसर स्थित बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय प्रतापगढ पहचें।रैली के समापन स्थल विद्यालय प्रांगण पर बालकों की जागरूकता हेतु शिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम संचालक सुरेन्द्र सुमन ने बिटिया रानी है घर की शान... शिर्षक आधारित कविता पाठ के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया। विद्यालय प्रिंसिपल विमला शर्मा ने उपस्थित बच्चों को संबोधिक करते हुए शिक्षा के महत्व के बारे में बताया। इस अवसर पर उपस्थित जिला शिक्षा अधिकारी हेमन्त कुमार उपाध्याय ने बालकों को जीवन में सफलता पाने के तीन सुत्र बताये कि नियमित विद्यालय में उपस्थिति, घर पर नियमित पढाई और हर विषय पर आपस में चर्चा-परिचर्चा। वर्तमान शिक्षा पद्धति के बारे में बताया कि आज की परीक्षाओं में पूछे सवाल केवल किताबी ज्ञान पर ही आधारित न होकर बालकों की समझ पर भी आधारित होते हैं, इसलिये हमें प्रत्येक टॉपिक पर आपसी वार्ता कर अपनी जिज्ञासाओं को शान्त करते हुए उसकी समझ होनी चाहिए।बालकों को जीवन में शिक्षा का महत्व बताते हुए प्राधिकरण के पूर्णकालिक सचिव विक्रम सांखला ने बताया कि जीवन में केवल परीक्षा पास करने के लिये किसी भी विषय को रटने भर से सफलता नहीं मिल सकती। रटने की आदत से केवल परीक्षा में पास हो सकते हैं किन्तु जीवन में अपने लक्ष्य को प्राप्त नहीं किया जा सकता। जीवन में निश्चित सफलता प्राप्त करने के लिये हर विषय को समझना जरूरी है।कार्यक्रम के समापन पर पूर्णकालिक सचिव ने स्काउट टीम तथा विद्यालय परिवार को धन्यवाद देते हुए उपस्थित छात्र-छात्राओं एवं समस्त स्टॉफ को बाल विवाह नहीं करने व नहीं करवाने तथा बाल विवाह का विरोध करने हेतु शपथ दिलाई।

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