तलाम-चित्तौड़गढ़ रेलवे ट्रैक विद्युतीकरण का काम जावरा से शुरू, 3 साल में होगा पूरा

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Published on : 14 Nov, 17 11:11

मंदसौर/ जावरा रतलाम- अजमेर- जयपुर तथा कोटा वाया चित्तौड़गढ़ रेल खंड पर तीन वर्ष बाद इलेक्ट्रिक इंजिन से ट्रेनें दौड़ने लगेगी। इसके लिए रेलवे द्वारा पिछले रेल बजट में रतलाम-चित्तौड़गढ़ रेलखंड का विद्युतीकरण की स्वीकृति के साथ राशि स्वीकृत की थी। इसके बाद रेलवे द्वारा इस खंड पर कार्य शुरू करवाने के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी कर संबंधित कंपनियों को वर्क ऑर्डर जारी किए। कॉन्ट्रैक्टर कंपनी ईएमसी लिमिटेड कोलकाता ने काम शुरू कर दिया है। रतलाम सेक्शन का चित्तौड़गढ़ रेलखंड ही ऐसा है जहां डीजल इंजिन से ट्रेनें मालगाड़ियां चल रही है। इसको भी विद्युतीकरण की योजना बनने के बाद इंजीनियरों ने सर्वे किया। 2016-17 के रेल बजट में कार्य की राशि स्वीकृत होने के बाद संबंधित कंपनी द्वारा जावरा आईए थाने से भैंसाना के बीच विद्युत पोल के लिए फाउंडेशन तैयार करने का काम शुरू कर दिया है। रतलाम-चित्तौड़गढ़ के 189 किमी दूरी वाले ट्रैक पर विद्युतीकरण का काम को पूरा करने की समय-सीमा 36 महीने तय की है। भैंसाना के बाद मंदसौर तरफ काम शुरू किया जाएगा। पूरे रेलखंड पर फाउंडेशन बनाने के बाद पोल लगाएंगे तार बिछाए जाएंगे। पहले फाउंडेशन तैयार करने का काम सालभर पहले नामली के आसपास शुरू हुआ था लेकिन बाद में तकनीकी कारणों से रोक दिया था। फिर बारिश के कारण यह काम नहीं हो सका। अब कॉन्ट्रैक्टर कंपनी ने जावरा से इसका श्रीगणेश किया है।


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