स्कूली विद्यार्थियों को दी विधिक जानकारी

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Published on : 11 Nov, 17 08:11

विधिक सेवा सप्ताह के तहत पूर्णकालिक सचिव द्वारा विधिक चेतना षिविर आयोजन

स्कूली विद्यार्थियों को दी विधिक जानकारी प्रतापगढ.राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देषानुसार दिनांक ०५.११.२०१७ से १२.११.२०१७ तक सम्पूर्ण राजस्थान में विधिक सेवा सप्ताह मनाया जा रहा है। जिसके तहत गांव ढाणी, विद्यालय, सार्वजनिक स्थानों पर विधिक चेतना शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। जिसके तहत दिनांक ०५.११.२०१७ को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के ए०डी०आर० भवन में राजस्थान उच्च न्यायालय के न्यायाधिपति इन्द्रजीतसिंह के मुख्य आतिथ्य में भव्य सेमीनार का आयोजन किया गया। दिनांक ०६.११.२०१७ को प्राधिकरण के पूर्णकालिक सचिव द्वारा स्थानीय महात्मा ज्योति बा फूले छात्रावास पर, दिनांक ०७.११.२०१७ को खेरोट ग्राम में, ०८.११.२०१७ को ग्राम अमलावद में, ०९.११.२०१७ को ग्राम बमोत्तर में विधिक जागरूकता षिविरों का आयोजन किया गया। इसी श्रंखला में आज जिला मुख्यालय पर संचालित मयूर इन्टरनेशनल सेकण्डरी स्कूल में बच्चों को विधिक जानकारी प्रदान करने के लिये प्राधिकरण के पूर्णकालिक सचिव विक्रम सांखला ने विधिक चेतना शिविर का आयोजन किया।
पूर्णकालिक सचिव सांखला ने जानकारी देते हुए बताया कि विद्यार्थियों में विधिक चेतना का संचार हो सके, इस उद्धेष्य से इस षिविर का आयोजन किया गया। स्कूली विद्यार्थियों में कानूनी ज्ञान होना अति आवष्यक है, क्योंकि कम उम्र में कईं विद्यार्थी थोडे से प्रलोभन के वषीभूत होकर अपने जीवन के लक्ष्य से भटक जाते हैं और आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त हो जाते हैं। साथ ही उपस्थित छात्र-छात्राओं को बेड टच एवं गुड टच के बारे में समझाया तथा इस संबंध में अवेयर रहने की सलाह दी तथा अपील की कि अपने साथ होने वाली किसी भी आपराधिक गतिविधि को अपने गुरूजनों, माता-पिता आदि को जरूर बतायें ताकि कोई बडा अपराध कारित होने से पहले उसे रोका जा सके। पूर्णकालिक सचिव ने उपस्थित बच्चों को जानकारी दी कि बालकों के साथ होने वाले लैंगिक अपराधों से संबंधित प्रकरणों में अपराधी घर-परिवार का सदस्य या अपना निकट रिश्तेदार होता है, इसलिये इस संबंध में हमें जागरूक रहना चाहिए।
इस अवसर पर षिविर में उपस्थित छात्र-छात्राओं को आपराधिक गतिविधियों से बचने की सलाह देते हुए पूर्णकालिक सचिव ने अपील की कि अपने आस-पास होने वाले आपराधिक कि्रयाकलापों के बारे में अपने अभिभावकों, गुरूजनों, पुलिस अथवा प्राधिकरण को अवगत करावें ताकि ऐसी गतिविधियों पर रोक लगाई जा सके। विषेशकर छात्राओं से समझाईष की कि अपने साथ होने वाले किसी भी प्रकार के गलत कृत्य को छिपायें नहीं, बल्कि इसकी जानकारी अपने अभिभावक को दें, ताकि अपराध को बढने से पहले ही अंकुष लगाया जा सके। षिविर आयोजन में विद्यालय के प्रिंसीपल रामप्रतापसिंह के साथ स्टॉफ बी.पी. कोठारी, प्रवीण राव, रिद्धी पिछोलिया, मोनिका शर्मा, हेमलता व्यास, अक्षीता चण्डालिया, संगीता जोशी एवं उपस्थित समस्त स्टॉफ ने कार्यक्रम को सफल बनाने में अपनी सकि्रय भूमिका का निर्वहन किया।

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