अखिलेश ने चाचा शिवपाल के पैर छूकर लिया आशीर्वाद

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Published on : 20 Oct, 17 12:10

मुलायम-शिवपाल ने कहा- समाजवादी परिवार एकजुट

इटावा।दीपावली पर समाजवादी परिवार में खुशियां लौट आयीं। परिवार के मुखिया मुलायम सिंह यादव बेटे अखिलेश यादव और अनुज शिवपाल सिंह यादव को एक साथ बैठाने में सफल रहे। अखिलेश ने भी शिवपाल के पैर छूकर परिवार में चल रहे विवाद के खत्म होने के संकेत दिए, तो चाचा ने उन्हें यशस्वी होने का आशीर्वाद दिया। दीपों के इस पर्व पर एका की पहल मुलायम ने ही की। मुलायम बुधवार को सैफई में अपने चचेरे भाई प्रो. रामगोपाल यादव के घर गये। दोनों के बीच करीब एक घण्टे तक बातचीत हुई। लेकिन इसका दोनों ने खुलासा नहीं किया। इस बीच शिवपाल और अखिलेश भी परिवार के साथ हमेशा की तरह बुधवार को ही सैफई पहुंच गये थे। मुलायम बृहस्पतिवार को अपने घर में भाइयों शिवपाल, अभयराम, रामपाल और सैफई के प्रधान दर्शन यादव के साथ बैठे थे। सपा अध्यक्ष अखिलेश भी वहां पहुंचे। उन्होंने पिता मुलायम, प्रधान दर्शन सिंह यादव, चाचा अभयराम, चाचा राजपाल सिंह यादव के चरण छूकर आशीर्वाद लिया। इसके साथ ही उन्होंने चाचा शिवपाल के पैर छुए, तो वहां मौजूद समाजवादियों ने तालियों की गड़गड़हट से उनका अभिवादन किया। शिवपाल ने भी भतीजे को आशीर्वाद देकर जताया कि उनके दिल में कोई मलाल नहीं है। इस मौके पर मगर प्रो. रामगोपाल यादव नजर नहीं आये।
समाजवादी परिवार में बीते साल सितम्बर में उस समय अचानक ‘‘रार’ शुरू हो गई, जब मुलायम ने सपा प्रदेश अध्यक्ष पद से अखिलेश को हटाकर शिवपाल को कमान सौंपी। अखिलेश को यह तरीका पसंद नहीं आया, तब बतौर मुख्यमंत्री अखिलेश ने चाचा शिवपाल के विभाग बदल दिए। बाद में शिवपाल ने मंत्रिमण्डल से इस्तीफा दे दिया। विवाद ने काफी तूल पकड़ा। बाद में नतीजा समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष पद से मुलायम को हटाने तक जा पहुंचा। अखिलेश सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने। इसमें उनके बड़े चाचा प्रो. रामगोपाल यादव साथ खड़े हैं। हालांकि, शिवपाल पार्टी में हाशिए पर चले गये। बीती 5 अक्टूबर को सपा का 10वां राष्ट्रीय अधिवेशन आगरा में हुआ। अखिलेश को इसमें पुन: अध्यक्ष चुना गया। अध्यक्ष बनने पर शिवपाल ने उन्हें ट्वीट करके बधाई दी। बावजूद इसके दो दिन पहले ही सपा की घोषित हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शिवपाल को जगह नहीं मिली। इसको लेकर शिवपाल ने कहा, ‘‘अध्यक्ष का अधिकार होता है कि वह किसे पद दे अथवा नहीं।
मैं सपा का विधायक हूं।’इधर, सपा अध्यक्ष अखिलेश के सार्वजनिक रूप से शिवपाल का पैर छूने के बाद अब चाचा-भतीजे में जल्द ही पहले की तरह एका होने के संकेत मिल रहे हैं। हालांकि, डा. लोहिया की पुण्यतिथि पर मुलायम व अखिलेश के एक साथ मंच साझा करने के बाद ही अटकलों ने जोर पकड़ा था कि संभव है दीपावली पर मुलायम कुनबा एक साथ आये। यह बृहस्पतिवार को सैफई में हकीकत में दिखा भी। बेशक यह मौका दीपावली का था, लेकिन मुलायम परिवार में उत्साह का माहौल बिल्कुल होली जैसा लग रहा था।इस मौके पर मुलायम, शिवपाल, अखिलेश, सांसद तेज प्रताप, धम्रेन्द्र यादव और अभिषेक यादव ने एक साथ बैठकर नट समाज के कलाकरों की नौटंकी का आनंद लिया।
सैफई के प्रधान और मुलायम के गैर राजनीतिक मित्र भी कार्यक्रम में मौजूद रहे। सपा संस्थापक मुलायम ने कहा, ‘‘समाजवादी परिवार एक है। हम इसी परिवार की वजह से ऊंचाइयों पर पहुंचे हैं।’ पत्रकारों के सवालों पर शिवपाल ने कहा ‘‘हम पहले से एक हैं। हर त्योहार पर पूरा परिवार एक साथ इकट्ठा होता है।’ लेकिन इस अवसर पर रामगोपाल यादव दिखाई नहीं दिए। सपा अध्यक्ष अखिलेश से पत्रकारों ने बात करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने अपनी ओर से किसी भी तरह की कोई रायशुमारी करना मुनासिब नहीं समझा।
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