वैश्विक आर्थिक वृद्धि के 3.6 व अगले साल 3.7 फीसदी रहने की उम्मीद

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Published on : 14 Oct, 17 08:10

वाशिंगटन,अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईंएमएफ) की प्रमुख ािस्टीन लेगार्ड ने आज नीतिनिर्माताओं का आह्वान किया कि वह वैकि अर्थव्यवस्था में आये व्यापक सुधार का फायदा उठायें और ऐसे निर्णय करें जिससे की यह सुधार अधिक सतत् और टिकाऊ बने। विश्व अर्थव्यवस्था में आया यह सुधार पिछले एक दशक में सबसे बेहतर माना जा रहा है।

आईंएमएफ और विश्वबैंक की वार्षिक बैठक शुर होने पर एक प्रेसवार्ता में ािस्टीन ने कहा, हमारा मानना है कि यह समय संतुष्ट होकर बैठने का नहीं है, बल्कि यह समय ऐसे नीतिगत निर्णय लेने का है जिससे वास्तव में ज्यादा से ज्यादा लोगों और देशों को आर्थिक गतिविधियों में आये सुधारों का लाभ मिल सके और साथ ही इस सुधार को अधिक टिकाऊ और सतत बनाने की जरूरत है। उन्होंने कहा, यही वह सवाल है जो हम नीति निर्माताओं, वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंकों के गवर्नरों के समक्ष रखेंगे जो यहां बैठक में भाग लेने आये हैं। ािस्टीन ने कहा कि वैकि अर्थव्यवस्था में आया यह सुधार हाल के वर्षो में आया मजबूत सुधार है और इसका दायरा व्यापक रहा है। उन्होंने कहा कि आईंएमएफ को इस साल वैकि आर्थिक वृद्धि के 3.6 प्रतिशत और अगले साल 3.7 प्रतिशत रहने की उम्मीद है। उन्होंने कहा, दोनों ही स्थिति में यह अधिक है। दोनों आंकड़े हमारे जुलाईं के आकलन के मुकाबले 0.1 प्रतिशत अधिक है और जबकि 2016 की 3.2 प्रतिशत वृद्धि दर की तुलना में काफी अधिक है। आईंएमएफ की प्रमुख ािस्टीन लगार्ड ने कहा कि इन सभी में जो बात नहीं बदली है, वह यह, कि सुधार अभी पूरे नहीं हुए हैं।

पिछले साल 47 देशों की वृद्धि दर प्रति व्यक्ति आधार पर नकारात्मक दर्ज की गईं। इसमें कईं छोटी और नाजुक अर्थव्यवस्थाएं शामिल हैं। उन्होंने कहा, सभी तरह की अर्थव्यवस्थाओं में अधिकतर लोगों को लगता है कि तकनीक के प्रभाव और अत्यधिक आय असमानता के नतीजों से उनकी आकांक्षाएं सीमित हो रही हैं। इसका परिणाम बहुत से स्थानों पर राजनीतिक तनाव बढ़ने और वैश्वकरण के लाभों को लेकर संदेह बढ़ने के रप में दिख रहा है। अपने नीति एजेंडा का प्रस्ताव रखते हुए ािस्टीन ने कहा कि पहली प्राथमिकता सुधारों की सुरक्षा है। उन्होंने कहा, इसमें मौद्रिक नीति शामिल है
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