बापू के जीवन से जुडी कहानियां सुनायी नीतीश ने

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Published on : 12 Oct, 17 08:10

पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्कूली बच्चों को आज बापू के जीवन से जुडी कहानियां सुनायीं। यहां ‘गांधी कथावाचन एवं बापू आपके द्वार’ कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए नीतीश ने कहा कि लोकनायक जय प्रकाश नारायण का जन्मदिन है। हमलोग चंपारण सत्याग्रह का शताब्दी समारोह मना रहे हैं। गांधी जी के विचारों को जन-जन तक पहुंचाया जायेगा। लोगों को जागृत किया जायेगा। उन्होंने कहा कि अगर गांधी जी के विचारों के प्रति लोगों के मन में आकर्षण पैदा हो जाए तो कितना परिवर्तन हो जाएगा। नीतीश ने कहा कि हर स्कूल में गांधी जी पर कथा वाचन से बच्चों पर अच्छा प्रभाव पड़ेगा। उनका जीवन ही उनका संदेश है। जो किया, जो कहा उसे करके दिखाया। ये नई पीढ़ी जान जाए तो उनका जीवन सार्थक हो जाएगा। नीतीश ने कहा कि का दिन लोकनायक जय प्रकाश नारायण जी का जन्मदिन है, इसके शुरूआत के लिए बहुत अच्छा मौका है। घर-घर बापू के विचार, “बापू आपके द्वार’’ का विमोचन के बाद लोगों तक पहुंचेगा। इसमें विचार को कार्यकर्ताओं द्वारा लोगों को घर-घर तक बताएंगे।

उन्होंने कहा कि सात सामाजिक बुराईयां सिद्धांत रहित राजनीति, बिना मेहनत के धन कमाना, विवेक रहित सुख, चरित्र शून्य ज्ञान, सदाचार रहित व्यापार, संवेदना रहित विज्ञान, वैराग विहीन उपासना इनसे बचने की सलाह गांधी जी ने दी है। इनसे बचो, खुद से करो। मौलिक विचार कर्म पर आधारित होनी चाहिए। “सत्य के प्रयोग’’ में गांधी जी ने बताया है, ‘‘मेरा जीवन ही मेरा संदेश है। इनकी मूर्ती लगाकर भगवान समझने के बदले आम इंसान समझकर हमें उनके बताए संदेश को अपनाकर सबक लेना चाहिए। मेरा मानना है कि अगर 10 से 15 प्रतिशत लोग इससे प्रभावित हो जाएं तो बिहार के साथ-साथ पूरा देश बदलेगा।’’ राष्ट्रपिता महात्मा गांधी द्वारा देश की आजादी के लिए किए गए प्रयासों की चर्चा करते हुए नीतीश ने कहा कि गांधी जी कैसे अपने साधारण जीवन से सबक लेते हुए सत्य के मार्ग को अपनाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि गांधी शताब्दी सत्याग्रह समारोह हम लोगों ने मनाना शुरू किया है। गत 10 अप्रैल को राष्ट्रीय विमर्श के लिए देश से कई विचारक आमंत्रित किए गए थे। इसी क्रम में 17 अप्रैल को स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मानित किया। 11 अप्रैल से पदयात्रा किए, इसी दौरान पंडित राजकुमार शुक्ल के घर को भी देखने का मौका मिला।

गांधी जी के विचारों को जन-जन तक पहुंचाया जायेगा। लोगों को जागृत किया जायेगा। अगर गांधी जी के विचारों के प्रति लोगों के मन में आकर्षण पैदा हो जाए तो कितना परिवर्तन हो जाएगा। नीतीश ने कहा कि हम लोगों ने विकेंद्रीकरण को अपनाते हुए गांव तक विकास पहुंचाया, पर्यावरण के प्रति सजग रहने की जरुरत है, जिससे आने वाली पीढ़ी को अच्छा वातावरण दे सकें। गांधी जी ने भी कहा था कि पृथ्वी इंसान की हर जरुरत पूरा करने में सक्षम है, लालच को नहीं। हमारी प्रतिबद्धता है, हमारा प्रयास होगा उनके विचारों पर अमल करने का। उन्होंने कहा कि चम्पारण सत्याग्रह के सौंवे वर्ष में अप्रैल 2016 में उनके विचारों के प्रति प्रतिबद्धता जताते हुए बिहार में शराबबंदी लागू की गई। गांधी जी की विचारों के प्रति प्रतिबद्ध होते हुए बाल विवाह एवं दहेज प्रथा से छूटकारा के लिए हमलोगों ने गत दो अक्तूबर से गांधी जयंती के अवसर पर चम्पारण सत्याग्रह के सौंवे वर्ष में अप्रैल 2016 में उनके विचारों के प्रति प्रतिबद्धता जताते हुए शराबबंदी लागू की गई।

उन्होंने कहा कि घरेलू हिंसा में कमी, महिला और बच्चों में प्रसन्नता, आर्थिक बचत हुई। शराब पीना एवं शराब का व्यापार करना मौलिक अधिकार नहीं है, यह अदालत का भी मानना है। शराब और नशामुक्ति के लिए 21 जनवरी 2017 को मानव श्रृंखला बनी जिसमें 4 करोड़ लोगों ने हिस्सा लिया।
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