राजसमन्द, दक्षिण राजस्थान मे विगत ३० वर्षों से समन्वित विकास के लिए प्रयासरत गायत्री सेवा संस्थान, उदयपुर इस वर्ष अपना स्थापना दिवस “बाल उत्सव” के रूप में १२ अक्टूबर २०१७ को राजसमन्द जिले के रेलमगरा पंचायत समिति स्थित चामुण्डा माता मन्दिर परिसर में आयोजित करने जा रही है। इस वर्ष संस्थान अपना ३१ वां स्थापना दिवस बाल उत्सव एवं बालिका शिक्षा को बढावा देने हेतु नौ कुण्डीय गायत्री महायज्ञ का भव्य आयोजन कर करने जा रहे है। जहाँ ग्रामीण अंचल में संस्थान द्वारा संचालित निशुल्क बालिका शिक्षा केन्द्र “सखियों की बाडी” की २१०० नन्ही बालिकाएं एवं बडी संख्या में स्थानीय जनसमुदाय उपस्थित रहेंगे।
इस अवसर पर कार्यक्रम समन्वयक एवं गायत्री सेवा संस्थान के संयुक्त निदेशक डॉ. शैलेन्द्र पण्ड्या ने जानकारी देते हुए बताया कि इस भव्य बाल उत्सव में राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष (राज्य मन्त्री) मनन चतुर्वेदी, राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष बी. एल. चोधरी, राजसमन्द लोकसभा के सांसद हरिओम सिंह, राजस्थान बाल आयोग के माननीय सदस्य उमा रत्नु, एस. पी. सिंह सहित जिला स्तर के विभिन्न प्रशासनिक अधिकारी, अन्तर्राष्ट्रीय संस्थानों के प्रतिनिधी एवं जनप्रतिनिधी मौजूद रहेंगे।
डॉ. पण्ड्या ने बताया कि १२ अक्टूबर को प्रातः ८ः३० से ११ बजे तक विश्व शान्ति, सुसंस्कार एवं भारतीय संस्कृति के प्रचार-प्रसार हेतु ९ कुण्डीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन होगा जिसमें नन्ही बालिकाए शिक्षा की अलख जगाने एवं अशिक्षा को जड से खत्म करने का संकल्प लेते हुए यज्ञ भगवान को आहूतियां अर्पित करेंगी। तत्पश्चात् ११ बजे से ३ बजे तक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा। यह पहला ऐतिहासिक आयोजन रेलमगरा में होने जा रहा है जहां एक साथ २१०० बालिकाए गायत्री मन्त्रोचार कर पूरे क्षेत्र को सकारात्मक उर्जा के साथ गुंजायमान करेंगी।
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