4 घंटे भीषण जाम में अटके रहे संगीतकार राज महाजन,

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Published on : 22 Sep, 17 05:09

अमावस स्नान के लिए गये थे गढ़गंगा ब्रिज घाट फेसबुक पर पोस्ट करके परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से माँगा जवाब

4 घंटे भीषण जाम में अटके रहे संगीतकार राज महाजन, 20 सितंबर की सुबह राज महाजन राजधानी दिल्ली से गढ़गंगा ब्रिज घाट पर अमावास स्नान के लिए निकले. जाम में फंसने के अंदेशे को भांपते हुए राज ने सुबह 6 बजे अपनी कार का स्टेरिंग व्हील घुमाया और निकल पड़े. टोल प्लाज़ा के पास पहुंचकर राज महाजन को भीषण जाम का सामना करना पड़ा. तड़के आठ बजे भी टोल प्लाज़ा का हाल ऐसा था, जैसे किसी मच्छी बाज़ार का होता है. लगभग 4 घंटे राज को जाम से जद्दोजहद करनी पड़ी. जहाँ पहुँचने के लिए लगभग 2 घंटे का वक्त लगता हो, वहां 4 घंटे सिर्फ जाम में अटके रहना सरकार के इंतज़ामात पर शक पैदा करता है. जाम लगने का सबसे बड़ा कारण ‘ट्रक और कमर्शियल वाहनों’ का बेतरतीब तरीके से चलना था. यहाँ कारें इस तरह से भाग रही थीं...माफ़ कीजिएगा रेंग रही थीं, कि इनसे तेज़ तो आदमी पैदल चल सकता है. इस दौरान राज अपने चाहने वालों से फेसबुक लाइव के माध्यम से जुड़े रहे. राज महाजन ठहरे संगीतकार और कलाकार. जाम में अटके होने पर लगे गाड़ी में गाने-बजाने. अक्सर लोग सफ़र में गाना-बजाना इसलिए करते हैं ताकि उनका बड़ा सफर आसानी से कट जाय. फेसबुक लाइव का विडियो देखने के लिए लिंक : https://www.facebook.com/RajMahajanOfficial/videos/2066826030010297/

लेकिन यहाँ तो जबरन छोटे से सफर को जाम ने बड़ा कर दिया. बहुत देर परेशानी सहने और इंतज़ार करने के बाद इस बेतरतीब व्यवस्था की शिकायत करने के लिए जब National Highways Authority of India की साइट पर दिए गये नम्बर्स पर फोन मिलाया, तो ज्ञात हुआ वेबसाइट पर मौजूद नम्बर्स सिर्फ लिखने के लिए हैं. उन पर किसी तरह का कोई सम्पर्क नहीं होता. कॉल लगाने पर टूं...टूं...टूं की आवाज़ के अलावा कुछ नहीं सुनाई दिया. एक बार नहीं बार-बार कॉल करने पर एक ही तरह का जवाब मिला. ज़रा सोचिये नम्बर्स तो हैं, लेकिन लगे नहीं, ये किसी ऐसे काण्ड की तरफ संकेत करता है जिसकी सूचना सरकार को न हो. राज ने टोल प्लाज़ा पर 70 रुपये की पर्ची कटवाई, जोकि टोल प्लाज़ा पर हर किसी से वसूला जाता है. ठीक है, सुविधा के एवज में पैसे तो लिए जा रहे हैं, लेकिन सुविधा है कहाँ?

आदरणीय ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर नितिन गड़करी जी आपकी जवाबदेही यहाँ बनती है कि आम जनता को कोई समस्या न आये. जिस वजह से टोल प्लाज़ा मच्छी बाज़ार बन गया है, उनका तुरंत निस्तारण किया जाए. आम जनता का पैसा और समय दोनों ही अनमोल हैं. आम जनता अगर परेशानी में है, तो मौजूदा सरकार को भी उस परेशानी का एहसास होना चाहिए. ‘अच्छे दिन शायद ये नहीं होते.’
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