राष्ट्र निर्माण में उच्च शिक्षण संस्थाओं की भूमिका: कार्यशाला सम्पन्न

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Published on : 21 Sep, 17 12:09

राजकीय मीरा कन्या महाविद्यालय, उदयपुर में यूजीसी के तत्वावधान में राजनीति विज्ञान विभाग द्वारा राष्ट्र निर्माण में उच्च शिक्षण संस्थाओं की भूमिकाः राजनीतिक-संस्कृति एवं युवा वर्ग विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला बुधवार को सम्पन्न हुई।
कार्यशाला के तीसरे तकनीकी सत्र में मुख्य वक्ता जोधपुर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर पी.एस. भाटी ने युवा आज पहले की तुलना में ज्यादा परिपक्व एवं क्रियाशील है। इसलिए राष्ट्र निर्माण में उनकी भूमिका अहम है।
कार्यशाला के मुख्य वक्ता पेसिफिक वि.वि. के कुलपति प्रो.बी.पी. शर्मा ने कहा कि यह युवा आबादी राष्ट्रीय संसाधन में परिवर्तित हो सके इसके लिए उच्च शिक्षण संस्थाओं को शोध और अनुसंधान पर विशेष ध्यान देना होगा। अध्यक्षीय उद्बोधन में प्राचार्य, ऋतु मथारु ने कहा कि वर्तमान में युवाओं को राष्ट्रीय मूल्यों को सीख कर राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका निभानी चाहिए। शिक्षण संस्थाओं में व्यक्तित्व निर्माण होना आवश्यक है।
कार्यशाला के आयोजन सचिव बालूदान बारहठ ने प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। विभिन्न तकनीकी सत्रों में डॉ. अशोक सोनी, डॉ. सरोज कुमार, डॉ. मनोज बहरवाल, डॉ. कविता पारुलकर, डॉ. विनीता लवानिया, डॉ. सुदर्शन सिंह राठौड़, डॉ. अलका चौहान, डॉ. भावना पोखरना, डॉ. कीर्ति माथुर, डॉ. वैशाली देवपुरा, डॉ. भवशेखर आदि ने अपने विचार व्यक्त किये। विभाग प्रभारी डॉ. कुलदीप फडि़या ने सभी का धन्यवाद किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. मंजु त्रिपाठी एवं डॉ. श्रुति टण्डन ने किया।
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