राष्ट्र निर्माण में उच्च शिक्षण संस्थाओं की भूमिका विषयक कार्यशाला शुरू

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Published on : 20 Sep, 17 07:09

उदयपुर, राजकीय मीरा कन्या महाविद्यालय, उदयपुर में यू.जी.सी. के तत्वावधान में राजनीति विज्ञान विभाग द्वारा ‘‘राष्ट्र निर्माण में उच्च शिक्षण संस्थाओं की भूमिका एवं राजनीतिक-संस्कृति व युवा वर्ग’’ विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला मंगलवार को शुरू हुई।
कार्यशाला के मुुख्य अतिथि मोहनलाल सुखाडिया विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जे.पी. शर्मा एवं मुख्य वक्ता भारतीय राजनीति विज्ञान परिषद के महासचिव प्रो. संजीव शर्मा थे। अध्यक्षता महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. ऋतृ मथारु ने की।
मुख्य वक्ता प्रो. शर्मा ने कहा कि भारत को विश्व गुरु बनाने के लिए युवा वर्ग की भूमिका को महत्व देते हुए उच्चशिक्षण संस्थाओं को चरित्र निर्माण में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए आह्वान किया। प्रो. जे.पी. शर्मा ने बताया कि शिक्षण संस्थाओं में व्यक्तित्व निर्माण होना आवश्यक है। जब युवा वर्ग में समाज के प्रत्येक विषय के प्रति संवेदना होगी तभी समाज में युवा वर्ग श्रेष्ठ योगदान दे पायेगा।
प्राचार्य डॉ. ऋतु मथारु ने कहा कि हमारी सरकारी नीतियों द्वारा भारत को पुनः विश्व गुरु बनाने पर जोर दिया जा रहा है और इस हेतु युवाओं के लिए कई योजनाएं-नीतियां बनायी जा रही है।
कार्यशाला के विभिन्न सत्रों में प्रो. इनाक्षी चतुर्वेदी, प्रो. जी.एस. कुम्पावत, सुमति लाल बोहरा एवं डॉ. वीणा सनाढ्य ने संबोधित किया। विषय प्रवर्तन कार्यशाला संयोजक बालूदान बारहठ तथा स्वागत उद्बोधन विभाग प्रभारी डॉ. कुलदीप फडि़या ने दिया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. मंजु त्रिपाठी एवं डॉ. वैशाली देवपुरा ने किया।
संयोजक बारहठ ने बताया कि बुधवार को तीसरे सत्र में मुख्य वक्ता जोधपुर वि.वि. के प्रो. पी.एस.भाटी होंगे। समापन सत्र में मुख्य अतिथि प्रो. बी.पी. शर्मा एवं विशिष्ट अतिथि प्रो. विजय श्रीमाली होंगे।
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