एनएचएम के प्रबंधकीय संविदाकर्मी अनिश्चितकालीन अवकाश पर

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Published on : 19 Sep, 17 08:09

चित्तौडगढ/ अखिलराजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ के आहृवान पर जिले के करीब 150 डाॅक्टरों के सामूहिक अवकाश पर जाने से सरकारी अस्पतालों में व्यवस्थाएं चरमरा गईं। जिला अस्पताल में हालात यहां तक पहुंच गए कि मरीजोें को ओपीडी में ढाई-ढाई घंटे में उपचार मिला। कई वार्डों में सुबह से शाम तक डाॅक्टरों के दर्शन तक नहीं हो सके। इधर डाक्टर मंगलवार से काम पर लौट आएंगे।
सामूहिक अवकाश को लेकर रविवार को ही कई डाॅक्टर भूमिगत हो गए थे, कुछ डाॅक्टर सोमवार सुबह हो गए। जिला अस्पताल मेें कार्यरत 53 सभी डाक्टरों के अवकाश पर जाने से सोमवार सुबह डाक्टरों के चैंबर खाली नजर आए। सामान्य दिनों की तरह सोमवार सुबह आठ बजने के साथ मरीज पहुंचे, लेकिन डाक्टरों के खाली चैंबर देखकर इधर-उधर घूमते नजर आए। अस्पताल प्रबंधन की रिक्वेस्ट पर दो प्राइवेट तथा चार आयुष डाक्टरों ने चैंबरों में बैठकर सेवाएं देना शुरू की, लेकिन डाक्टरों के नए चेहरों को देखकर मरीज पशोपेस में नजर आए। इन गिने चुने चैंबरों में बैठे डाक्टरों से परामर्श लेने के लिए मरीजों की लंबी लाइने लग गई। इस कारण एक-एक मरीज को करीब परामर्श लेने में ढाई-ढाई घंटे का इंतजार करना पडा। रही बात जिला अस्पताल में वार्डों की तो मेल एवं फिमेल वार्ड के अलावा अन्य वार्डों में मरीजों को किसी भी डाक्टर के दर्शन तक नहीं हो सके। केवल कंपाडंरों से पूछ-पूछकर काम चलाते नजर आए।
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