उच्च रक्तचाप वयस्कों के समान ही किशोरों में भी

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Published on : 19 Sep, 17 08:09

वॉशिंगटन। उच्च रक्तचाप वयस्कों के समान ही किशोरों में भी हृदय और रक्त वाहिनियों को नुकसान पहुंचाने का कारण बन सकता है। एक अध्ययन में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ है।
युवाओं और वयस्कों में होती है भिन्नता : शोधकर्ताओं ने बताया कि यह नुकसान रक्तचाप के स्तर पर भी हो सकता है। युवाओं में उच्च रक्तचाप की परिभाषा वयस्कों की तुलना में भिन्न होती है। बचपन में उच्च रक्तचाप रक्तचाप स्तर की बजाय परसेंटाइल पर आधारित होता है। 95 वें परसेंटाइल के नीचे अंगों को नुकसान का अध्ययन : अमेरिका में ‘‘सिनसिनाटी चिल्डेंस हॉस्पिटल’ से शोधकर्ताओं ने इस बात का अध्ययन किया कि क्या 95 वें परसेंटाइल के नीचे अंगों को नुकसान पहुंचता है या जो कि युवाओं में उच्च रक्तचाप की चिकित्सकीय परिभाषा है। 180 किशोरों पर किया अध्ययन : उन्होंने रक्तचाप का अध्ययन किया और 180 किशोरों (14-17 आयुवर्ग के, 64 फीसदी ेत, 57 फीसदी पुरु षों) में अंगों के नुकसान को मापा था।दिल और धमनियों को नुकसान : उन्होंने उन युवाओं में भी अंगों को नुकसान पहुंचने का साक्ष्य देखा, जिन्हें रक्तचाप के हिसाब से सामान्य के तौर पर वर्गीकृत किया गया था। मध्यम-जोखिम वाले समूह में दिल और धमनियों को नुकसान दिखा।
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