OMG:ओडीएफ भुवाणा पंचायत में खुले में शौच करने गई बच्ची को स्कूल बस ने कुचला

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Published on : 16 Sep, 17 09:09

OMG:ओडीएफ भुवाणा पंचायत में खुले में शौच करने गई बच्ची को स्कूल बस ने कुचला उदयपुर। शहर के समीपस्थ पूर्ण रूप से खुले में शौच मुक्त घोषित भुवाणा पंचायत में रहने वाली एक तीन वर्ष की बालिका को सुबह खुले में शौच करने के लिए जाने के दौरान एक निजी स्कूल की बस ने कुचल दिया, जिससे इस बालिका की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि इस बालिका के घर में स्थानीय सरपंच ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत स्वयं की मौजूदगी मेें शौचालय का निर्माण करवाया था। भाजपा नेता के स्कूल की बस होने के कारण मुर्दाघर में दर्जनों की संख्या में भाजपा नेता पहुंच गए। जहां पर बच्ची के परिजनों से समझाईश कर उचित मुआवजा देकर आक्रोश शांत किया। हालांकि पुलिस ने चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया।
जानकारी के अनुसार आयड़ स्थित श्रीराम स्कूल की बस का चालक प्रतिदिन की भांति चित्रकूट नगर स्थित काली मंगरी में बच्चों को लेने के लिए गया था। जहां पर बस को पुन: घूमाने के दौरान एक तीन वर्ष की बच्ची भावना (3) पुत्री रामलाल गमेती निवासी काली मंगरी जो खुले में शौच के लिए जा रही थी बस के पीछे के टायर के नीचे आ गई, जिससे बच्ची की मौके पर ही मौत हो गई। इधर बस चालक को इस बारे में पता भी नहीं चला और वह बस लेकर रवाना हो गया और रास्तों से अन्य बच्चों को पिकअप करते हुए स्कूल आ गया। बच्ची के परिजनों को जब पता चला तो उन्होंने पुलिस को बताया। सूचना पर थाने से जाब्ता आया और मृतका के शव को उठाकर मोर्चरी में रखवाया। इधर बच्ची के दर्जनों की संख्या मेें परिजन आयड़ स्थित इस विद्यालय में पहुंच गए और वहां पर बस चालक पर बच्ची को मारने का आरोप लगाया।
विद्यालय के प्रबंधक भाजपा नेता मनोहर चौधरी ने बस चालक से बात की तो उसने दुर्घटना के बारे में अनभिज्ञता जाहिर कर दी। हालांकि प्रबंधन की ओर से बच्ची के पूर्ण ईलाज का खर्चा उठाने का आश्वासन दिया। इसी दौरान पता चला कि बच्ची तो मौके पर ही मर चुकी है तो सभी मुर्दाघर पहुंचे। सूचना मिलने पर मौके पर भाजपा शहर जिलाध्यक्ष दिनेश भट्ट, महामंत्री प्रेमसिंह शक्तावत, उपाध्यक्ष रजनी डांगी, मण्डल अध्यक्ष अतुल चंडालिया, दीपक बोल्या, बडग़ांव प्रधान खूबीलाल मेनारिया सहित कई भाजपा नेता पहुंच गए। मुर्दाघर में बच्ची के परिजनों ने इस दुर्घटना पर विरोध जताया तो स्कूल प्रबंधन ने उचित मुआवजा दिया और इसके बाद परिजन माने। तब पुलिस ने पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया है।चालक, खलासी और बच्चों ने किया दुर्घटना से मना
इधर इस मामले में बस चालक घनश्याम, खलासी और बच्चों ने इस तरह दुर्घटना होने से साफ इंकार कर दिया। चालक और खलासी ने बताया कि जहां पर यह दुर्घटना हुई है उसके बाद 10 किलोमीटर के रूट से बच्चे बस में बैठाएं थे। बस की टायर पर भी कहीं पर भी खून का निशान तक नहीं है। हालांकि पुलिस का कहना है कि बच्ची का सिर कच्ची मिट्टी में दब गया था, इसी कारण खून टायरों पर नहीं लगा।घर में बना है शौचालय, फिर भी खुले में जाते है
इधर जानकारी के अनुसार भुवाणा पंचायत को करीब ढ़ाई माह पूर्व ही पूर्णतया ओडीएफ घोषित किया हुआ है। इस पंचायत की सरपंच संगीता चित्तौड़ा के पति राजेश चित्तौड़ा ने बताया कि करीब ढ़ाई माह पूर्व ही पंचायत ने स्वच्छ भारत मिशन में इस बच्ची के घर में खड़े रहकर शौचालय बनवाया था। इसके साथ ही शौचालय का उपयोग करने के लिए समझाया भी था, फिर भी खुले में जा रहे है तो कोई कुछ नहीं कर सकता है।
पिता गया था गवरी में, आज ही लौटना था
इधर पुलिस के अनुसार मृत बच्ची भावना का पिता रामलाल गमेती सवा माह से गवरी में गया हुआ था। जिसे आज पुन: अपने घर लौटना था। उससे पहले ही यह हादसा हो गया। बच्ची का पिता सीधा मुर्दाघर पहुुंचा और स्कूल बस के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया।जानकारी के अनुसार काली मंगरी में बसे करीब 115 से अधिक परिवारों को अतिक्रमण मानते हुए हाईकोर्ट के हटाने के आदेश है। यूआईटी भी यहां पर प्लानिंग काटकर भूखण्ड बेच चुकी है। पूर्व में एक या दो मकानों को हटाया भी था। इसके बाद तत्कालीन चैयरमेन ने मानवता के आधार पर लोगों को हटाने के इन लोगों को नए सिरे से बसाने की योजना शुरू की थी, जो अभी तक यूआईटी में है।
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