खाद्यान्न उत्पादन वृद्धि दर में गिरावट ....

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Published on : 13 Sep, 17 12:09

जुलाई 2017 में दलहन, तिलहन और कच्चे जूट की थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति क्र मश: 33 प्रतिशत, 14 प्रतिशत और 35 प्रतिशत घट गई है

साल खरीफ फसलों की बुवाई में पिछले साल की तुलना में प्रगति कम रही है। यही वजह है कि इस साल खाद्यान्न उत्पादन वृद्धि कम रहने का अनुमान है।
वित्तीय सेवाएं देने वाली जापान की कंपनी नोमुरा ने एक रिपोर्ट में यह बात कही है।रिपोर्ट के अनुसार, धान, दलहन, मोटे अनाज, तिलहन और जूट समेत सभी फसलों की बुवाई में गिरावट आयी है। नोमुरा ने कहा, मानसून अवधि का तीन सप्ताह से भी कम समय बचा है। फसलों की बुवाई में मौजूदा प्रगति से पता चलता है कि इस साल खाद्यान्न उत्पादन कम रहेगा।
नोमुरा ने कहा कि फसलों की बुवाई में धीमी प्रगति का मतलब है कि कृषि के सकल मूल्यवर्धन के विकास के पूर्वानुमान में गिरावट रह सकती है। रिपोर्ट में कहा गया कि बागबानी का अधिक उत्पादन, सर्दियों की फसलों का अधिक उत्पादन आदि देखने को मिल सकता है।
लेकिन मौजूदा स्थिति से लगता है कि 2017-18 के लिए कृषि क्षेत्र के सकल मूल्यवर्धन में 3.3 प्रतिशत वृद्धि के हमारे पूर्वानुमान में कमी का जोखिम हो सकता है। रिपोर्ट के अनुसार, खरीफ फसलों की बुवाई में गिरावट के दो मुख्य कारण हैं ये कारण दाम में गिरावट और मौसमी परिस्थितियां। दलहन, तिलहन और जूट के मामले में बुवाई में कमी का कारण दाम में गिरावट आना है।रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि जुलाई 2017 में दलहन, तिलहन और कच्चे जूट की थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति क्र मश: 33 प्रतिशत, 14 प्रतिशत और 35 प्रतिशत घट गई है
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