बीएसएनएल को मिली बड़ी सौगात

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Published on : 13 Sep, 17 12:09

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल के मोबाइल टावर कारोबार को अलग कंपनी बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।


केंद्रीय मंत्रिमंडल ने सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल के मोबाइल टावर कारोबार को अलग कंपनी बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। देश में करीब 4,42,000 मोबाइल टावर हैं। इनमें से 66,000 टावर बीएसएनएल के हैं।एक आधिकारिक बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में भारत संचार निगम लि. (बीएसएनएल) के मोबाइल टावर कारोबार को अलग कंपनी बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई। इस कंपनी पर बीएसएनएल का पूर्ण स्वामित्व होगा। बयान में कहा गया है कि मोबाइल टावर कारोबार के लिए बीएसएनएल की एक अलग स्वतंत्र प्रतिबद्ध कंपनी होने से इस क्षेत्र पर अधिक बेहतर तरीके से ध्यान दिया जा सकेगा। इससे बाहरी किराया देने वालों में भी इजाफा होगा। इससे नई कंपनी को ऊंचा राजस्व प्राप्त होगा। इस मंजूरी से बीएसएनएल को अपने दूरसंचार टावर ढांचे के मौद्रिकरण का अधिकार मिलेगा।मोबाइल कंपनियों का टावर ढांचा कंपनी के पास निष्क्रि य बुनियादी ढांचा संपत्तियां होती हैं, जिनको वे लीज पर दूरसंचार सेवाप्रदाताओं को देती हैं।इससे दूरसंचार कंपनियों में एक ही सुविधा के लिए निवेश का दोहरीकरण कम होता है। इससे इन कंपनियों की परिचालन और रखरखाव की लागत घटती है और उनका मुनाफा बेहतर होता है।
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