रोहिंग्या मुस्लिम के मामले पर ः इस्लामिक देश अपने स्तर पर कार्यवाही करें

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Published on : 10 Sep, 17 08:09

रोहिंग्या मुस्लिम के मामले पर ः इस्लामिक देश अपने स्तर पर कार्यवाही करें नौजवान मेवाफरोशान इंतजामिया सोसायटी के सचिव मोहम्मद छोटू कुरैशी, पा६ार्द नजमा मेवाफरोश, गरीमा पठान, राशिद खान, मोहसिन खान, रियाना जर्मनवाली, पूर्व पा६ार्द नजर मोहम्मद, अब्दुल कादिर खान, अंजुमन तालिमुल इस्लाम के पूर्व सदर हॉजी लाल मोहम्मद कॉजी, काँग्रेस अल्पसंख्यक नेता फिरोज अहमद शेख, हॉजी अब्दुल गफूर, सलीम शैख, डॉक्टर सैय्यद खुर्शीद अहमद, जफर जिलानी, शाह मदार सोसायटी के हॉजी याहया हुसैन, तामिर सोसायटी के हॉजी ईकबाल सागर आदि ने एक संयुक्त प्रेस नोट जारी करते हुए बताया कि म्यांमार में रोहिंग्या मुसलमानों के साथ हो रही हिंसा और कत्लेआम पर दुख जाहिर करते हुए कहा कि इस मुद्दे पर इस्लामिक देशों की खामोशी अफसोसजनक है। सभी ने सऊदी किंग सलमान बिन अब्दुल अजीज को मेल कर बताया कि दुनियाभर के इस्लामिक देशों की आपात बैठक बुलाने की अपील की है, साथ ही कहा कि म्यांमार मानवाधिकारों की खुलेआम धज्जियां उडा रहा है और सभी 57 इस्लामी देश इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं। इसी मद्येनजर मेल के जरिये सऊदी किंग से कहा कि मौजूदा समय में म्यांमार के रोहिंग्या मुस्लिम जिस दर्दनाक स्थिति से गुजर रहे हैं उससे आप परिचित होंगे। म्यांमार में मानव अधिकारों का खुलेआम उल्लंघन हो रहा है। वहां के सुरक्षा बल और बहुसंख्यक बौद्ध आबादी के हाथों मुसलमानों पर बर्बरतापूर्वक अत्याचार किए जा रहे हैं। मेल में लिखा गया कि रोहिंग्या मुस्लिम हजारों की तादाद में मारे गये हैं और लगभग कई लाख पलायन करने पर मजबूर हुए हैं। ऐसे में वहां की स्थिति बेहद नाजुक और वीभत्स है।
रोहिंग्या मुस्लिमों के सामने अब अस्तित्व का संकट है और उनके सामने शरण और खाद्य सामग्री की जबरदस्त समस्या पैदा हो गई है। मेल में बताया कि म्यांमार की स्थिति ने पूरी दुनिया के मुसलमानों को बेपनाह पीडा और चिंता में डाल दिया है। कुछ ही मुस्लिम देशों द्वारा इस पर चिंता व्यक्त की जा रही है जबकि बडी संख्या में मुस्लिम देश चुप हैं। भारत सहित पूरी दुनिया के मुसलमान सऊदी अरब की ओर उम्मीदों भरी नजरों से देख रहे हैं। बताया कि सऊदी किंग से कहा कि आप इस मानवीय संकट पर ध्यान आक६ार्त करें और रोहिंग्या मुसलमान, जो एक भयावह स्थिति से पीडत हैं, उन्हें बचाने के लिए आगे आएं। मौजूदा स्थिति में इस्लामिक देशों की आपात बैठक भी की जानी चाहिये। सऊदी अरब पहल कर सभी 57 इस्लामिक देशों को एकजुट करे। इस बारे में भारत के मुसलमानों ने भारत के रा६ट्रपति जी को भी सऊदी किंग की प्रतिलिपि भेजकर भी इस मामले में दखल देने की उम्मीद जाहिर की है।

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