जाट इतिहास को संजोकर रखना आवष्यक - चौधरी

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Published on : 21 Aug, 17 10:08

जाट महापुरूषों के प्रेरक प्रसंग पुस्तक का विमोचन समारोह सम्पन्न

बाड़मेर | जाट इतिहास को संजोकर रखना जरूरी है। जाटों ने इतिहास बनाया है परन्तु लिखा नहीं है। अब इतिहास लिखने का समय आ गया है।
ये विचार आयकर उपायुक्त भेराराम चौधरी ने जाट महापुरूष के प्रेरक प्रंसग’’ पुस्तक विमोचन समारोह के मुख्य अतिथि के रूप मंे बोलते हुए व्यक्त किए। इस मौके पर किसान मसीहा स्व. खरताराम चौधरी भणियाणा के गीत की सीडी का लोकार्पण किया। मुख्य अतिथि चौधरी ने कहा कि युवा चरित्र का निर्माण कर समाज का निर्माण करें। समाज मंे व्याप्त कुरीतियों पर चर्चा करते हुए चौधरी ने त्यागने का आहान किया। षिक्षा को समाज का दर्पण बताया।
कार्यक्रम के अध्यक्ष सिरोही के अतिरिक्त जिला कलेक्टर जवाहर चौधरी ने जाट इतिहास पर प्रकाष डाला। चौधरी ने कहा कि जाटों का इतिहास स्वर्णिम है। जाटों ने हमेषा न्याय, दान और वीरता मंे नाम कमाया है। कर्माबाई द्वारा कृष्ण भगवान को खीचड़ा खिलाने, जायल - खियाला का मायेरा, जवाहर सिंह की वीरता सहित जाट इतिहास के अनेक उदाहरण प्रस्तुत किए। किसान छात्रावास अधक्ष एडवोकेट बलवंतसिंह चौधरी ने कहा कि कथनी व करनी मंे अंतर नहीं होना चाहिए। उन्होंने समाज मंे भाईचारा स्थापित करने का आव्हान किया। पींसागन विकास अधिकारी प्रदीप मायला ने कहा कि इतिहास समाज के लिए आवष्यक है। उन्होंने कहा कि षिक्षा का प्रचार - प्रसार कर समाज को आगे बठाया जा सकता है। जिला परिषद सदस्य नरसींग कड़वासरा ने कहा कि समाज के इतिहास लेखकों के लिए धन की कमी आने दी जायेगी। जाटो के इतिहास की लायबेरी स्थापित कर अधिकाधिक पढना चाहिए। डाइट प्रधानाचार्य खेताराम चौधरी ने कहा कि युवा मार्ग से भटक रहे है। उन्हें वापस सही राह पर आकर समाज उत्थान में सहायोग करना चाहिए। राज. षिक्षक संघ प्रगतिषील के प्रदेषाध्यक्ष बनाराम चौधरी ने कहा कि इतिहास लेखन के साथ सोसियल मीडिया पर सकारात्मक बरतें। किसान छात्रावास के सचिव डालूराम चौधरी ने कहा कि इन प्रेरक प्रंसगों से प्रेरणा लेकर समाज को सही राह पर बढना चाहिए।
युवा चौपाल के सौजन्य से आयोजित कार्यक्रम मंे पपूराम गोदारा ने स्वागत भाषण दिया। पुस्तक लेखक एंव किसान शोध संस्थान के निदेषक जोगाराम सारण ने पुस्तक परिचय देते हुए कहा कि पुस्तक मंे जाट महापुरूषों के 74 प्रेरक पं्रसगों को सम्मिलित किया गया है। तोगाराम चोधरी ने आभार व्यक्त किया।
मंच संचालन डां. आर्दष किषोर जाणी ने किया। राजस्थान रोजगार सेंटर के प्रकाषन बैनर तले यह पुस्तक प्रकाषित की गयी है।
समारोह में पुस्तक के लेखक जोगाराम सारण व भजन गायक रमेष सारण का अतिथियों द्वारा सम्मान किया गया।
ये रहे उपस्थित -
सोनाराम बेनीवाल अभिषाषीं अभिंयता, पोकरराम सऊ, टीकमाराम बेनिवाल, दिलीप कुमार थोरी, आईदानराम सऊ, रमेष मायला, हरीओम बेनीवाल, रूपाराम सारण, चेनाराम चौधरी, ठाकराराम, अमरसिंह गोदारा, प्रताप कड़वासरा, पपू कुमार सारण, हनुमानराम मायला।
साभार :


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