पुण्य का पोषण करवाने आता है पर्युषणःनीलांजना श्री

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Published on : 18 Aug, 17 21:08

उदयपुर, श्री जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक संघ के पर्वाधिराज पर्युषण शुक्रवार से आरंभ हुए। वासुपूज्य मंदिर स्थित दादाबाडी में साध्वी नीलांजना श्रीजी ने कहा कि पर्युषण पर्व ऐसा अनबोला मेहमान है जो हर बार कुछ न कुछ देकर जाता है जबकि कोई भी मेहमान भी आता है तो खर्च करवाता है लेकिन पर्युषण कुछ खर्च नही करवाता। वर्ष में एक बार आता ही है। आप चाहे उसका स्वागत करो या नही उसको आना है। पर्युषण पुण्य का पोषण करवाने आता है।
साध्वीश्री ने कहा कि अगर कोई नेता आपको निशुल्क जमीन भी दे देता है तो क्या वो आफ साथ जाएगी लेकिन पर्युषण विशिष्ट उजाला लेकर आफ पुण्य का उदय करवाता है जो हमेशा आफ साथ रहता है। यहां भी और यहां से जाने के बाद भी। हृदय में अलसुबह पुकार मची है कि आज परमात्मा की पूजा करूं। पापों का खाता नष्ट करने व लिए पर्युषण का आगमन होता है। इस दौरान कल्पसूत्र सुनेंगे ताकि आने वाले भवों में भीख मांगने की जरूरत नही पडेगी। हम भाग्यशाली हैं कि जिनकुल में जन्म मिला है। कुछ श्रावक ऐसे होते हैं कि जैन लगाते जरूर हैं लेकिन जैनत्व का पूर्ण अभाव रहता है। आत्मा को स्वच्छ बनाने के लिए पर्युषण पर्व आया है। इसका स्वागत क्षमा के सरोवर में नहाकर करना है। तप का श्रृंगार करना है। उपवास करना भूखा रहना नही है बल्कि अपनी आत्मा के समीप रहना है।

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