मां के मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए छह महीने दफ्तरों के चक्कर

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Published on : 16 Aug, 17 16:08

प्राधिकरण की मदद मिली तो 6 मार्च 2017 को एसीएम ने जितेंद्र पाल का आवेदन पत्र लिया। प्राधिकरण की मदद से ही आवेदन पत्र की औपचारिकताओं को पूरा किया गया। जितेंद्र पाल के भाई बहनों को नोटिस जारी हुए और उनकी ओर से अनापत्ति पेश होने पर नगर निगम ने 25 जुलाई 2017 को जितेंद्र पाल की मां कमला देवी का मृत्यु प्रमाण पत्र हासिल हो पाया। कमला देवी की मृत्यु 25 अप्रेल 1996 को हुई थी और पिता का देहांत भी 26 जनवरी 2004 को हो गया था।
जितेंद्र पाल ने मां का मृत्यु प्रमाण पत्र हासिल होने के बाद विधिक सेवा प्राधिकरण अधिनियम की धारा 19 के तहत प्री लिटिगेशन के तहत याचिका पेश की है। जितेंद्र के अनुसार उसकी माता कमला देवी ने 23 जून 1984 को परबतपुरा स्थित विकास नगर में एक आवासीय संपत्ति शंकर रावत से खरीदी थी। इस मकान में जितेंद्र का बड़ा भाई बृजेश पाल रहता है। जितेंद्र का कहना है कि उसका इस संपत्ति में हिस्सा है लेकिन उसे अन्य भाई बहनों को भी हिस्सा अब तक नहीं दिया है और ना ही मकान में रहने दे रहे हैं। जितेंद्र पाल ने पांचवां हिस्सा दिलाने की मांग की है। प्रकरण में 19 अगस्त को सुनवाई होगी।
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