बीएसएफ परिसर में आयुर्वेद उद्यान विकसित

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Published on : 13 Aug, 17 09:08

रक्तचंदन,रूद्राक्ष,आंवला, अश्वगंध समेत 141 प्रकार के पौधे खिलखिलाएं

बीएसएफ परिसर में आयुर्वेद उद्यान विकसित देवीसिंह बडगूजर,जोधपुर। आयुर्वेद पद्दति के प्रति सीमा सुरक्षा बल के जवानों को जागरूक करने और घर-आंगन में आयुर्वेदिक औषधियों के पौधे रोपकर स्वास्थ्य लाभ उठाने के उदेश्य से शुक्रवार को सीमा सुरक्षा बल राजस्थान के महानिरीक्षक अनिल पालीवाल के निर्देशन में सीमान्त मुख्यालय राजस्थान, जोधपुर परिसर में एक ‘‘आयुर्वेद उद्यान‘‘ का उद्घाटन मुख्य अतिथि आयुर्वेद विश्वविद्यालय, जोधपुर के वाईस चान्सलर प्रोफेसर (डॉ.) राधेश्याम शर्मा, द्वारा किया गया। इस अवसर पर प्रोफेसर (डॉ.) राधेश्याम शर्मा, ने कहा कि आंवला, ग्वार पोठ एवं एलोबेरा लगातार इस्तेमाल करने से बीमारी नहीं आती है। उन्होंने यह भी कहा कि डब्ल्यएचओ रिर्सच के मुताबिक आने वाले 20 वर्ष में कोई भी एन्टी-वाईटिक काम नही करेगा ऐसी स्थिति में आयुर्वेद ही कारगर सिद्ध होगा। इस मौके पर मुख्य अतिथि द्वारा पौधा रोपण भी किया गया। अन्त में महानिरीक्षक अनिल पालीवाल डॉ. राधेश्याम शर्मा, को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। मालूम हो कि सीमा सुरक्षा बल नई दिल्ली के महानिदेशक, के के शर्मा •े दिशार्निदेशन में इस तरह के आयुर्वेद उद्यान बटालियन मुख्यालय, सेक्टर मुख्यालय और सीमा चौकियों में भी लगाए जाने की योजना है। साथ ही साथ वृक्षारोपण का कार्य भी जोर-शोर से हो रहा है। के के शर्मा, द्वारा भी इस कदम की सराहना की जा रही है। इस ‘‘आयुर्वेद उद्यान‘‘ में कुल 141 प्रकार के विविध आयुर्वेद चिकित्सा के काम आने वाले पौधे लगाए गये हैं, जिनमे से 20 पौधे मौसमी और 121 वर्षीय प्रकार के है। इनमें कुछ मुख्य पौधें हैं यथाः रूद्राक्ष, रक्तचंदन, अश्वगंधा, शतावरी, तुलसी, आंवला, गुडमार, एवं दमावेल इत्यादी लगाए गए हैं। इस उद्यान में इस तरह के आयुर्वेद पौधे लगाए गये हैं जो कि बुखार, अस्थमा, पथरी, कोलेस्ट्रल, मधुमेह एवं उक्त रक्तचाप को हटाने में काफी कारगर सिद्ध है। इस अवसर पर राजस्थान सीमान्त, के उप महानिरीक्षक,ए.के.शर्मा, रवि गॉधी, एम सी शर्मा, डॉ.जयन्त कुमार, (मेडिकल) भी मौजूद थे।

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