स्वहित से ज्यादा परहित में सुख

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Published on : 22 Jul, 17 17:07

उदयपुर । सबसे अच्छा रिश्ता मानवता का होता है जो औरों के दुख को अपना दुख और जो औरों की खुशी को अपनी खुशी समझता है। स्वहित से अधिक परहित में अधिक सुख मिलता है। यह बात षनिवार को नारायण सेवा संस्थान में एक सप्ताह के ’’अपनों से अपनी बात‘‘ कार्यक्रम के समापन पर सस्थान अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल ने कही । उन्होने कहा जैसा करोंगे वैसा भरोगे। जो कर्म किए है उसका फल मिलना तय है। भाग्य की रेखा व्यक्ति स्वयं बनाता है। हर व्यक्ति में सकारात्मकता वाली सोच होनी चाहिए। ऐसी ही सोच से सफलता की राह मिलती है। हमें हर कार्य में सफलता पाने के लिए छोटे - छोटे लक्ष्य निर्धारित कर उन्हें हासिल करने की कोशिश करते रहना चाहिए, ताकि वे लक्ष्य आसानी से हासिल हो सकें। कार्यक्रम का सीधा प्रसारण आस्था चैनल पर हुआ । संचालन ओमपाल सीलन ने किया।

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