युवा हाथों को हुनर के विद्यापीठ के प्रयास सराहनीय - टी रविकांत

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Published on : 21 Jul, 17 17:07

युवा हाथों को हुनर के विद्यापीठ के प्रयास सराहनीय - टी रविकांत उदयपुर / राजस्थान विद्यापीठ का कौशल विकास के क्षेत्र में किया गया प्रयास सराहनीय है। युवाओं को स्वरोजगार दिलाने तथा उन्हें अपने व्यवसाय में उत्तरोत्तर उन्नन करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। यह विचार राज्य के श्रम, नियोजन एवं कौशल विकास विभाग के सचिव टी रविकांत ने शुक्रवार जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय एवं आई.एल.एफ.एस. स्किल डवलपमेंट के संयुक्त तत्वावधान में प्रारंभ किये गये प्रदेश के पहले प्रारंभ किए गए बी.वॉक इन हास्पिटेलिटी एंड कैटरिंग मैनेजमेंट डिग्री कोर्स एवं स्कील डवलपमेंट के पाठ्यक्रमों के निरीक्षण के दौरान कही। उन्होने कहा कि विद्यापीठ के कौशल विकास केंद्र के विभिन्न अत्याधुनिक प्रकोष्ठों के अवलोकन के दौरान उन्होंने प्रशिक्षण ले रहे युवाओं से कहा कि हम अपने उद्यम के बल पर बडी से बडी सफलता हासिल कर सकते हैं। जरूरत है तो बस निरंतर सही दिशा में सटीक प्रयास करने की। उन्होंने प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना स्कील इंडिया के बारे में भी विस्तार से बताया। श्री रविकांत ने युवाओं का आहृवान किया कि वे अपने हुनर को लगातार तराशें व सफलता के नए शिखर पर आसानी हों। निरीक्षण के दौरान कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत ने कहा कि राजस्थान नागर राजस्थान विद्यापीठ ने युवाओं को विभिन्न व्यवसायों में दक्ष बनाने का जो बीडा उठाया है वह सतत रहेगा। इसमें आने वाले समय में और नए आयाम जोडे जाएंगे। उन्होने बताया कि बी.वॉक डिग्री केार्स में २२ महीने विद्यार्थी को पांच सितारा होटल में सवैतनिक प्रशिक्षण दिया जाता है जिससे पढाई के साथ साथ आत्म निर्भर भी बन सके। निरीक्षण के दौरान स्कील इंक के विश्वभूषण मेहता एवं प्रो. मंजू मांडोत ने भी जानकारी दी।

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