फतेहगढ में राहतदायी रहा मेगा विधिक चेतना एवं लोक कल्याणकारी शिविर

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Published on : 27 Jun, 17 17:06

, बालक-बालिकाओं को शिक्षा अर्जित करावें - जिला एवं सत्र न्यायाधीश भाटी

जैसलमेर, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जैसलमेर एवं जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में ग्रामपंचायत फतेहगढ में मेगा विधिक चेतना एवं लोक कल्याणकारी शिविर का आयोजन जिला एवं सत्र न्यायाधीश मदनलाल भाटी के मुख्य आतिथ्य एवं जिला प्रमुख श्रीमती अंजना मेगवाल की अध्यक्षता में आयजित हुआ। इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर के.एल.स्वामी ,उपखण्ड अधिकारी फतेहगढ रणसिंह , सरपंच फतेहगढ सवाईलाल सैन विशिष्ट अतिथि के रुप में उपस्थित थे।
जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री भाटी ने कैम्प में उपस्थित संभागियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण का मुख्य उद्धेश्य लोगों को विधिक साक्षरता की जानकारी देना है वहीं सरकार द्वारा चलाई जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं की क्रियान्विति सुनिश्चित करना है। उन्होंनें कहा कि विधिक सेवा द्वारा पात्र व्यक्तियों को निःशुल्क विधिक सेवा की सहायता भी उपलब्ध कराई जाती है उसका भी पात्र लोग लाभ उठावें। उन्होंनें कहा कि सभी का मुख्य ध्येय यह है कि कोई भी व्यक्ति गरीबी अथवा कानूनी जानकारी के अभाव में न्याय से वंचित नहीं रहें। उन्होंनें कहा कि इसी उद्देश्य की पूर्ति में विधिक सेवा प्राधिकरण निरन्तर कार्यरत है एवं इस प्रकार के मेगा चेतना शिविर आयोजित कर लोगों को योजनाओं से लाभान्वित करवाना है।
उन्होंनें संभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि वे सरकार द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी रखते हुए उसका भरपूर लाभ उठावें। उन्होंनें अधिकारियों से कहा कि वे लोगों को योजनाओं से लाभान्वित करने में किसी प्रकार की कमी नहीं रखें ताकि पात्र व्यक्ति लाभ प्राप्त कर अपना हक एवं अधिकार हासिल कर सकें। उन्होंनें लोक अदालत शिविर की भी जानकारी दी एवं कहा कि न्यायालयों में लम्बित प्रकरणों का इस अदालत के माध्यम से दोनों पक्षकारों के राजीनामें के आधार पर न्याय प्रदान किया जाता है उसका भी वे लाभ उठावें। उन्होंनें बताया कि ८ जुलाई को जिला न्यायालय में लोक अदालत का आयोजन किया जाना है। उन्होंनें ग्रामीणों को अपने बालक-बालिकाओं को शिक्षित करने का आह्वान किया। इस अवसर पर अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश महेश कुमार शर्मा, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट पूर्णिमा गौड, अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट पोकरण महेश कुमार विश्नोई, उप अधीक्षक पुलिस नरेन्द्र कुमार दवे, तहसीलदार तुलछाराम विश्नोई, विकास अधिकारी सुखराम विश्नोई, सहायक निदेशक हिम्मतसिंह कविया, डॉ. बृजलाल मीणा, श्रम कल्याण अधिकारी भवानी प्रताप चारण, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक मनीराम मीना के साथ ही अन्य अधिकारी गण एवं अच्छी संख्या में ग्रामीण पुरूष एवं महिलाएं उपस्थित थी।
जिला प्रमुख श्रीमती अंजना मेघवाल ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि इस प्रकार के मेगा विधिक चेतना शिविरों से ग्रामीणों को अच्छा लाभ मिलता है वहीं कानूनी जानकारी एवं अधिकारों के बारे में भी जानकारी हासिल होती है। उन्होंनें कहा कि जिन लोगों को इस शिविर में लाभ मिला है वह वास्तव में उपयोगी है। उन्होंनें कहा कि ग्रामीणजन इस प्रकार के शिविरों में अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर योजनाओं का लाभ उठावें। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट पूर्णिमा गौड ने विधिक सेवा प्राधिकरण के मुख्य उद्देश्यों की जानकारी देते हुए बताया कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा समय-समय पर गांवों एवं शहरों में विधिक साक्षरता शिविरों का आयोजन किया जाकर आमजन को कानूनी अधिकारों की जानकारी प्रदान की जाती है। उन्होंनें बताया कि समाज के कमजोर एवं उपेक्षित वर्ग को सस्ता एवं शीघ्र न्याय उपलब्ध करानें में भी विधिक सेवा प्राधिकरण पूरा सहयोग प्रदान करता है। उन्होंनें बताया कि निःशुल्क विधिक सहायता के लिए अनुसूचित जाति, जनजाति, स्त्री या बालक, मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्ति अथवा न्यायिक अभिरक्षा के व्यक्ति तथा ऐसा व्यक्ति जिसकी वार्षिक आय १ लाख २५ हजार रूपये से कम है वे इसके पात्र है।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में सरपंच सवाईलाल सेन ने अतिथियों का स्वागत किया वहीं अन्त में पूर्णकालिक सचिव जिला विधिक प्राधिकरण डॉ.महेन्द्र कुमार गोयल ने अतिथियों का आभार व्यक्त किया एवं जिन विभागोंक ने इसमें सहयोग दिया उसका भी साधुवाद व्यक्त किया। इस दौरान अतिथियों का अमोलख ओझा, विकास अधिकारी सुखराम विश्नोई, श्रीमती मखनी, अब्दुल खां, सरपंच सवाईलाल सेन, तहसीलदारा तुलछाराम विश्नोई, श्रम कल्याण अधिकारी भवानी प्रताप ने हार्दिक स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन डाईट व्याख्याता बराईदीन सांवरा ने किया।

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