उदयपुर में आचार्य तुलसी डायगोस्टिक सेंटर का शुभारंभ

( 34782 बार पढ़ी गयी)
Published on : 27 Jun, 17 10:06

नो लोस, नो प्रोफिट पर मानस सेवा को समर्पित होगा सेंटर

उदयपुर में आचार्य तुलसी डायगोस्टिक सेंटर का शुभारंभ उदयपुर। अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के एक उपक्रम आचार्य तुलसी डायगोस्टिक सेंटर के 26वें सेंटर का उद्घाटन रविवार को मधुबन, उदयपुर में हुआ। पूरे देश में सौ सेंटर खोलन के लक्ष्य के साथ शुरू हुए इस अभियान के तहत अब तक कुल 26 सेंटर खुल चुके हैं। यह सेंटर मानव सेवा के लिए ‘नो लोस नो प्रोफिट’ के आधार पर चलेगा। इस सेंटर पर समस्त चिकित्सकीय जांचें आधे मूल्य पर की जायेगी जो मानव सेवा के लिए एक बहुत बडा योगदान है।
सेंटर का उद्घाटन अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी.सी. जैन, उनकी टीम, स्थानीय परिषद टीम, ट्रस्टीगण, सहयोगी तथा पूरे समाज की उपस्थिति में संस्कारक पदमचंद पटावरी एवं सहसंस्कारण नवीन वागरेचा द्वारा किया गया।
इससे पूर्व कार्यक्रम की शुरूआत मुनिश्री सुखलाल स्वामी, मोहजीत कुमार तथा पृथ्वीराज द्वारा नमस्कार महामंत्र से हुआ। मंगलाचरण पंकज भंडारी द्वारा किया गया। स्वागत सभाध्यक्ष सूर्यप्रकाश मेहता, परिषद अध्यक्ष राकेश नाहर द्वारा किया गया। नाहर ने आचार्य तुलसी डायगोस्टिक सेंटर की रूपरेखा पर प्रकाश डाला। आचार्य तुलसी डायगोस्टिक सेंटर का परिचय मयंक कोठारी एवं अब तक की यात्रा की जानकारी अभिषेक पोखरना ने दी। जनप्रतिधियों में यूआईटी चैयरमेन रवीन्द्र श्रीमाली, पार्षद शोभा मेहता ने ऐसे जनसेवा के कार्य के लिए तेयुप को बधाई प्रेषित की एवं ज्यादा से ज्यादा सहयोग की अपील की।
कार्यक्रम के दौरान मेवाड कांफ्रेंस के कार्यकारी अध्यक्ष शैलेन्द्र बोर्दिया, प्रबुद्ध चिंतक राजकुमार फत्तावत, महासभा संरक्षक सवाईलाल पोखरना एवं विकास परिषद सदस्य पदमचंद पटावरी ने उदयपुर में आचार्य तुलसी डायगोस्टिक सेंटर के शुरू होने की सभी को शुभकामनाएं दी। अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के अध्यक्ष बी.सी. जैन भलावत ने कहा कि पूरे देश में मानव सेवा को समर्पित ऐसे जो सेंटर खोले जा रहे हैं।
आचार्य तुलसी डायगोस्टिक सेंटर के संचालक विनोद मांडोत ने निस्वार्थ भाव से पूरे समाज से तन, मन, धन से सहयोग का आग्रह किया। सेंटर के लिए ट्रस्टी के रूप में अशोककुमार दोषी, श्रीमती सायरदेवी सुराणा, मोतीलाल कच्छारा, मांगीलाल लुणावत, राजेन्द्र बैद तथा श्री जैन श्वेतांबर तेरपंथी सभा, सहयोगी के रूप में शांतिलाल सिंघवी, एस.एस. सुराणा, जुगराज नाहर, कस्तूरचंद सिंघवी, सवाईलाल पोखरना, केसरीमल चंडालिया, कुंदन भटेवरा द्वारा आर्थिक सहयोग प्रदान किया गया। शासनश्री मुनिश्री सुखलाल ने आचार्य तुलसी के जीवन परिचय एवं उनकी आचार्य बनने की यात्रा की जानकारी दी और ऐसे आचार्य तुलसी डायगोस्टिक सेंटर और खोलने की प्रेरणा दी। मुनिश्री मोहजीत एवं तपोमूर्ति पृथ्वीराज ने इस सेंटर की स्थापना को आचार्य तुलसी को आध्यत्मिक श्रद्धांजलि देना बताया। संचालन अरूण मांडोत एवं शकुंतला सरूपरिया द्वारा किया गया। आभार परिषद के मंत्री राजकुमार कच्छारा द्वारा ज्ञापित की गई। सारे कार्यक्रम की भोजन व्यवस्था का संचालन करण बैद द्वारा किया गया।


साभार :


© CopyRight Pressnote.in | A Avid Web Solutions Venture.