एफपीआई का बढ़ रहा शेयरों में भरोसा

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Published on : 27 Jun, 17 08:06

विदेशी निवेशकों ने भारतीय शेयरों में 2008-17 के दौरान करीब 124 अरब डालर का निवेश किया और देश की सबसे बड़ी कंपनियों में बड़ी हिस्सेदारी हासिल की। इसके ठीक उलट भारतीयों ने इसी अवधि में करीब 300 अरब डालर मूल्य के सोने की खपत की।कोटक इंस्टिट्यूशनल इक्विटीज ने एक नोट में कहा कि अगला दशक संभवत: विजेता के बारे में फैसला करेगा लेकिन हमने गौर किया है कि विदेशी कंपनियों ने भारत की बेहतरीन कंपनियों में हिस्सेदारी बढ़ाई। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) का संयुक्त रूप से भारत के शीर्ष सात बैंकों तथा वित्तीय संस्थानों में से पांच में 50 फीसद से अधिक हिस्सेदारी है। रिपोर्ट के अनुसार ऐसा जान पड़ता है कि विदेशियों का भारतीयों के मुकाबले यहां की अर्थव्यवस्था में ज्यादा भरोसा है। बड़े पैमाने पर सोने का आयात भारतीयों में सरकार की नीतियों को लेकर कम भरोसे को प्रतिबिंबित करता है। सोने के आयात में 2012-13 के दौरान सोने के आयात में तीव्र वृद्धि भारतीय नागरिकों की उच्च मुद्रास्फीति को लेकर चिंता को प्रतिबिंबित करता है। रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि भारत की मुद्रास्फीति प्रबंधन नीति ने उल्लेखनीय सफलता हासिल की है और इससे मूल्य संचयन के रूप में सोने की भूमिका कम होनी चाहिए।
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