बाजार और घरों में घूम रही हैं शिक्षकों की सेवा पुस्तिकाएं

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Published on : 26 Jun, 17 13:06

अजमेर/ शिक्षकोंकी सेवा पुस्तिकाएं शिक्षा विभाग के रिकॉर्ड से निकलकर ऑनलाइन करवाने के लिए बाजार में घूम रही है। शिक्षक-शिक्षिकाएं 500-500 रुपए खर्च कर ई-मित्र साइबर कैफे पर जाकर ऑनलाइन करवा रहे हैं। शिक्षा विभाग के बाबुओं के घरों पर भी इसके लिए शिक्षक दस्तक दे रहे हैं। शिक्षा विभाग ने कारण एवं वितरण अधिकारी यानी प्रधानाचार्यों को ऑनलाइन करवाने का जिम्मा दिया था और सेवा पुस्तिकाएं कार्यालय स्तर पर ही ऑनलाइन होनी है।
राज्य सरकार के आदेश के तहत प्रदेश के सभी कर्मचारियों अधिकारियों की सेवा पुस्तिकाएं ऑनलाइन होनी हैं। इसके तहत शिक्षा विभाग ने भी राज्य के समस्त शिक्षक, शिक्षिकाओं, अधिकारियों कर्मचारियों की सेवा पुस्तिका को ऑनलाइन करने के आदेश जारी करते हुए 30 जून तक इस कार्य को करने की समय सीमा तय की थी। सर्विस बुक ऑनलाइन करने के लिए विभिन्न स्तर पर प्रपत्र निर्देश जारी करते हुए प्रधानाचार्य मंत्रालयिक कर्मचारियों को प्रशिक्षण दे दिया गया था, लेकिन इस सब के बावजूद एक कर्मचारी का सबसे महत्वपूर्ण गोपनीय रिकॉर्ड समझा जाने वाली सेवा पुस्तिका अब जगह-जगह बाजार में अथवा किसी के घर पर चक्कर लगा रही है।
कई प्रधानाचार्य ने अपनी बला टालते हुए संबंधित शिक्षक को पाबंद कर दिया कि वह अपनी सेवा पुस्तिका ले जाकर बाजार में कहीं से भी ऑनलाइन करवाएं। राज्य सरकार ने कारण एवं वितरण अधिकारी को आदेश दिए थे और सरकार ने कारण एवं वितरण अधिकारी को ही जिम्मेदार बनाते हुए उनके स्तर पर ही सर्विस बुक ऑनलाइन करने की जिम्मेदारी दी थी। नियमानुसार सेवा पुस्तिका कारण एवं वितरण अधिकारी के पास ही रहती है। उसे संबंधित कर्मचारी को बाजार में ले जाने के लिए नहीं दी जा सकती।
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