नवजात शिशुस्वास्थ्य को समर्पित होगा चिरायु - डॉ तरूण चौधरी

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Published on : 13 Jun, 17 08:06

जिला स्तर की कार्ययोजना के अंतिम स्वरूप को लेकर दिन भर स्वास्थ्य भवन में हुई कवायद

षिषु मृत्यु दर कम करने के उदे्ष्य से स्वास्थ्य भवन में जिला स्तरीय विभागीय अधिकारीयों एवं एनएचएम अधिकारीयों - कार्मिको के साथ राज्य परियोजना निदेषक मातृ स्वास्थ्य एवं चिरायु कार्यक्रम के जिला प्रभारी अधिकारी डॉ तरूण चौधरी ने बैठक कर जिला स्तरीय कार्ययोजना के अंतिम स्वरूप को निर्धारीत किया।
डॉ तरूण चौधरी ने बैठक में जिलें में अधिक प्रसव वाले २० चिकित्सा संस्थानो जिला चिकित्सालय, सामान्य चिकित्सालय नाथद्वारा, सीएचसी देवगढ, केलवा, रेलमगरा,आमेट, भीम, देलवाडा, खमनोर, केलवाडा, पीएचसी षिषोदा, बरार, गजपुर, मजेरा, कुंवारिया, ताल, सरदारगढ, उपस्वास्थ्य केन्द्र सांगावास, कामला, जनावद में होने वाले प्रत्येक प्रसव की प्रसव पुर्व जांच, प्रसव के दौरान दी गई सेवाओं एवं प्रसव के पष्चात दी गई सेवाओं को लेकर ट्रेक किया जायेगा एवं वस्तुस्थिती की जानकारी ली जायेंगी।
उन्होंने बताया प्रसव पुर्व जांच सें सम्बन्धित प्रसव पंजीयन की दिनांक, प्रसव पुर्व जांच की संख्या, प्रधानमंत्री सरक्षित मातृत्व अभियान की सेवाओं की प्राप्त किया अथवा नहीं, प्रसुती नियोजन दिवस की सेवाओं की प्राप्ती जैसी सूचनाओं को संकलित किया जायेगा। प्रसव के दौरान प्रसव हेतु भर्ती की दिनांक, निःषुल्क रेफरल सुविधा के उपयोग, रेफर किया जाने का कारण, प्रसव की दिनांक, प्रसव का समय, जन्म लेने वाले बच्चें की स्थिती, जन्म लेने वाले बच्चे का वजन, एक घंटे के भीतर स्तनपान करवाया गया अथवा नहीं, सामान्य छूट्टी दी गई अथवा प्रसुता चिकित्सकीय सलाह के विरूद्ध चली गई है। यहां तक की प्रसव के पष्चात घर पर भी आगामी ४२ दिनो तक मां व बच्चे के स्वास्थ्य की जानकारी ली जायेगी।
उन्होंने बताया की इस पुरी कवायद से किस स्तर पर विभागिय सेवाओं को सुदृढ किया जाना है इसकी जानकारी हो पायेगी तथा सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पंकज गौड ने बताया की बैठक में चिरायु कार्यक्रम के प्रभावी कि्रयान्वयन के लियें जिला स्तर से प्रत्येक ब्लॉक के लियें प्रभारी नियुक्त करनें का निर्णय लिया गया। भीम के लियें उपमुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, खमनोर के लियें डॉ सुरेष मीणा जिला प्रजनन एवं षिषु स्वास्थ्य अधिकारी, राजसमंद के लियें प्रभारी अधिकारी जिला औषधी भण्डार डॉ अनिल जैन, रेलमगरा के लियें जिला कार्यक्रम प्रबंधक आषिष दाधिच, देवगढ ब्लॉक के लियें डीएनओ विनित दवे, आमेट खंड के लियें जिला आषा समन्वयक हरिषंकर षर्मा को कार्यक्रम के कि्रयान्वयन में सहयोग देने एवं वहां आ रहीं समस्याओं को दूर करेंगे। वहीं जिला चिकित्सालय एवं सामान्य चिकित्सालय में पर्यवेक्षण, सहयोग एवं समस्या समाधान के लियें परियोजना निदेषक मातृ स्वास्थ्य स्वयं प्रभारी हगे।
बैठक में नवजात षिषु स्वास्थ्य को चिकित्सा संस्थान पर दी जा रहीं सेवाओं, आषाओं के द्वारा समुदाय स्तर पर दी जा रहीं सेवाओं के एक - एक घटक पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थें।

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