माह रमजान के दूसरे अशरा पर इबादतों का दौर तेज

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Published on : 12 Jun, 17 15:06

प्रतापगढ़| जिलेभरमें रविवार को माह रमजान के 15 वें रोजे के साथ ही मौमिनों की इबादतों का दौर तेज हो गया है। 6 जून को माह रमजान का 10 वां रोजे के साथ ही रहमतों वाला अशरा रुखसत हो गया। 7 जून से शुरू हुए मगफेरत के दूसरे अशरे के साथ ही मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में माह रमजान को लेकर इबादत की जा रही हैं। शहर के बावड़ी मोहल्ला, न्यारगर चौक, इंदिरा कॉलोनी, वाटर वर्क्स रोड, बारी दरवाजा, तलाई मोहल्ला, पीर बाग, बड़ा बाग, महेताब शाह बस्ती में इन दिनों रमजान को लेकर खासी रौनक है। शहरकाजी मोहम्मद जफर ने बताया कि जब रमजान का महीना आता है तो जन्नत के दरवाजे खोल दिए जाते हैं और जहन्नुम का दरवाजा बंद कर दिया जाता है। शैतान कैद कर दिए जाते हैं। इस माह में अल्लाह ताअला अपने बंदों के लिए रहमतों की बारिश कर देता है। इसके लिए रमजान को तीन अशरों में बांटा गया है। जिसमें पहला अशरा रहमत का तो दूसरा मगफेरत का जबकि तीसरा अशरा जहन्नुम से आजादी हासिल करने का है। कहा जाता है कि रमजान में की गई इबादतों से अल्लाहताअला बेहद खुश होता है। यही वजह है कि इस माह में की जाने वाली नफली इबादतों को भी अल्लाह ताअला फर्ज के बराबर सवाब अता फरमाता है, जबकि एक फर्ज की अदायगी दूसरे माह के मुकाबले 70 फर्जों के बराबर होती है।
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