धर्मों को एक करने चलाया अणुव्रत आंदोलन

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Published on : 12 Jun, 17 15:06

बीकानेर/ आचार्यतुलसी की 21 चीं पुण्यतिथि के अवसर पर आचार्य तुलसी शांति प्रतिष्ठान की ओर से आयोजित चार दिवसीय कार्यक्रमों के तहत रविवार को वैचारिक अनुष्ठान तुलसी मेरी दृष्टि में का आयोजन किया गया। गंगाशहर स्थित नैतिकता के शक्तिपीठ परिसर में हुए कार्यक्रम के दौरान आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी विशोकानंद भारती जी महाराज ने कहा कि आचार्य तुलसी ने हमेशा एकता के सिद्धांतों पर जोर दिया। सभी धर्मों को एक करने के लिए अणुव्रत आंदोलन का संचालन किया। इस मौके पर ब्रह्मकुमारी कमल बहन ने कहा कि आचार्य तुलसी ने मानवता को पूर्नजीवित करने में अपने कार्यों से प्रेरक योगदान दिया था। कार्यक्रम में विचार रखते हुए मुनि श्री राजकरण जी ने कहा कि स्वयं पर अनुशासन करने की सीख देने वाले आचार्य तुलसी का यह संदेश जीवन को श्रेष्ठ बनाने का सबसे बड़ा माध्यम है। इस मौके पर मुनिश्री विनीत कुमार, मुनिश्री शांति कुमार ने आचार्य तुलसी के जीवन से प्रेरणा लेने का आह्वान किया। वैचारिक अनुष्ठान के आयोजन में प्रो.धनपत रामपुरिया ने कहा कि आचार्य तुलसी सदगुणों के समन्वयक थे।
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