विशाल आध्यात्मिक कल्याण पद यात्रा 28 को

( 10966 बार पढ़ी गयी)
Published on : 26 May, 17 07:05

द्वादश कल्याण महाकुम्भ के तहत विशाल आध्यात्मिक कल्याण पद यात्रा 28 को

विशाल आध्यात्मिक कल्याण पद यात्रा 28 को चित्तौडगढ। मेवाड के प्रसिद्ध श्री शेषावतार कल्ला जी वेदपीठ पर स्थापित आध्यात्मिक वैदिक एवं लौकिक, त्र्धिारा के दिव्य पुंज, ब्रह्मनिष्ठ, वेदमूर्ति, मेदपाट, मणिभूषण, धरादित्य, परमशौर्यशाली श्री शेषावतार कल्ला जी, वेदमाता गायत्री, स्कन्द माता पंचमुखी हनुमान जी एवं काल भैरव जी के श्रद्धापुरित विग्रहों के द्वादश कल्याण महाकुम्भ के उपलक्ष में आगामी 28 मई रविवार को विशाल आध्यात्मिक कल्याण पद यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें कल्याण नगरी सहित आस-पास के कई गांवों तथा देश व प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रें से हजारों कल्याण भक्त उस दिन प्रातः 4 बजे ठाकुर जी के मंगला दर्शन कर रवाना होंगे। वेदपीठ के प्रतिनिधियों एवं प्रवक्ता ने गुरूवार को ऋतुराज वाटिका में आयोजित पत्र्कार वार्ता में बताया कि पदयात्र्यिों के साथ ठाकुर जी का सुसज्जित रथ एवं ढोल नंगाडे, डीजे साउण्ड के साथ पदयात्री वेदपीठ से रवाना होकर शहर के नेहरू उद्यान में अल्प विश्राम करने के बाद शोभायात्रा निकाली जायेंगी। जो कलेक्ट्रेट चौराहा, रोडवेज बस स्टेण्ड, सहकार सर्कल, सुभाष चौक, गोल प्याऊ, सदर बाजार, मिठाई बाजार होते हुए दुर्ग के प्रथम प्रवेश द्वार पाडन पोल पहुचेंगे, जहां पदयात्र्यिों द्वारा श्रद्धा पूर्वक दुर्गराज का चरण पूजन कर मेवाड की आन-बान-शान के लिये प्राण न्योछावर करने वाले लाखों वीर सपूतों एवं विरांगनाओं को पुष्पांजली अर्पित कर दुर्ग मार्ग स्थित कल्ला जी की छत्री पर दर्शन व पूजा अर्चना के बाद पद यात्र्यिो को स्काउट गाईड मुख्यालय पर भोजन करवाकर बसों से कल्याण नगरी के लिये रवाना किया जायेंगा। भीषण गर्मी के दौर में अपनी प्रकार की इस अनुठी आध्यात्मिक कल्याण पदयात्रा में भाग लेने वाले समस्त कल्याण भक्त अपने आराध्य के प्रति समर्पण भाव से भाग लेंगे। जिनका मार्ग में लक्ष्मीपुरा, मांगरोल, भावलिया, रावलिया, सतखण्डा, शम्भुपुरा, अरनियापंथ, जालमपुरा, ओरडी, ओछडी के ग्रामवासियों द्वारा स्वागत करते हुए ठाकुर जी की पूजा अर्चना की जायेंगी। पदयात्र्यिों एवं ठाकुर जी के रथ के नगर प्रवेश के दौरान नेहरू उद्यान में अल्पाहार के साथ ही नगर परिषद, सांसद सीपी जोशी, विधायक चन्द्रभान सिंह आक्या, सभापति सुशील शर्मा, जिला अध्यक्ष रतनलाल गाडरी, नगर अध्यक्ष नरेन्द्र पोखरना, उपसभापति भरत जागेटिया सहित अन्य जन प्रतिनिधियों के साथ ही राजस्थान ब्राह्मण महासभा, सकल जैन समाज, माहेश्वरी समाज, क्षत्र्यि कुमावत समाज, राजपूत समाज, साहू समाज, राजस्थान पेंशनर समाज, वरिष्ठ नागरिक मंच सहित विभिन्न धार्मिर्क, सामाजिक संगठनों, स्वयं सेवी संस्थाओं के सदस्यों, शिवसेना, विहिप, गुर्जर गौड ब्राह्मण, विप्र फाउण्डेशन, पुज्य सिंधी पंचायत, बैरागी समाज, कांग्रेसजन, खटीक समाज, माली समाज, व्यापारिक प्रतिष्ठानों, धर्मप्रेमी बंधुओं द्वारा भी पदयात्र्यिों के स्वागत सत्कार की तैयारियां की जा रही है।

मुख्य समारोह 11 से 17 तक
द्वादश कल्याण महाकुम्भ का मुख्य समारोह 11 से 17 जून तक वेदपीठ परिसर में आयोजित किया जायेंगा। प्रतिनिधियों ने बताया कि महाकुम्भ के प्रथम दिवस 11 जून को दशहरा मैदान स्थित ढाबेश्वर महादेव से कलशोत्सव एवं भव्य शोभायात्रा प्रातः 7 बजे से निकाली जायेंगी। जिसमें लाखों श्रद्धालु भाग लेंगे। इस शोभायात्रा का मुख्य आकर्षण मुम्बई से आने वाले 101 सदस्यीय श्री साई ढोल, ताशा, पथक का बैण्ड होगा, वहीं ठाकुर के रथ सहित अन्य झांकियां हाथी, घोडे, ऊंट, मानव रहित विमान से पुष्पवर्षा तथा पग-पग पर कल्याण नगरी वासियों द्वारा ठाकुर जी अगवानी के साथ शोभायात्रा का आत्मिक स्वागत अभिनन्दन किया जायेंगा।

प्रभात फेरियो का महासंगम
महाकुम्भ के प्रथम दिवस निकाली जाने वाली शोभायात्रा के दौरान मेवाड, मालवा, हाडौती सहित अन्य क्षेत्रें से लगभग 325 प्रभात फेरियों का महासंगम होगा, जिनकी शोभायात्रा में भागीदारी से कल्याण नगरी में धर्म की धारा प्रवाह होगी। वेदपीठ की ओर से इस आयोजन में आने वाली प्रभात फेरियों में से प्रथम तीन को पुरूस्कृत करने के साथ ही समस्त प्रभात फेरी मण्डलों को भी सम्मानित किया जायेगा।

ब्रह्म महापुराण 11 से
प्रवक्ता ने बताया कि संत प्रणव डॉ. इच्छाराम द्विवेदी द्वारा महाकुम्भ के दौरान 11 से 17 जून तक प्रतिदिन अपराहन 3 बजे से ब्रह्म महापुराण का प्रदेश में प्रथम बार कथामृत पान कराया जायेंगा।

पितृ जनार्दन महायज्ञ 13 से
प्रतिनिधियों ने बताया कि महाकुम्भ के दौरान जिन जातकों की जन्मकुण्डली में पितृ दोष है उनके निवारण के लिये प्रथम बार वेदपीठ की ओर से पंचदिवसीय 51 कुण्डीय पितृ जनार्दन महायज्ञ आषाढ कृष्णा चतुर्थी से अष्टमीं तक यानि 13 से 17 जून तक किया जायेंगा। जिसके लिये अब तक 600 यजमानों का पंजीयन किया जा चुका है।

दिव्य दर्शन 17 को
उन्होनें बताया कि महाकुम्भ के अंतिम दिन आषाढ कष्णा अष्टमी शनिवार को दोपहर ठीक 12ः32 बजे ठाकुर जी के प्रकट्योत्सव एवं दिव्य दर्शन के साथ महाआरती की जायेंगी। इससे पूर्व ध्वजा रोहण एंव मातृ-पितृ पूजन किया जायेंगा।

वैदिक विश्व विद्यालय की तैयारियां अंतिम चरण में
प्रतिनिधियों ने बताया कि संस्थान द्वारा स्थापित किये जा रहे श्री कल्ला जी वैदिक विश्व विद्यालय की तैयारियां अंतिम चरण में है। उन्होनें आशा व्यक्त की कि इसी वर्ष राज्य सरकार द्वारा इस विश्व विद्यालय को मान्यता प्रदान करने पर इस विश्व विद्यालय का शुभारम्भ किया जाना संभावित है।

साभार :


© CopyRight Pressnote.in | A Avid Web Solutions Venture.