बिना एंबुलेंस बुलाए प्रासूता को रेफर करने पर हंगामा

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Published on : 16 May, 17 09:05

रायबरेली, प्रासव पीड़ा से कराह रही प्रासूता को अस्पताल से रेफर कर दिया गया और वह काफी देर तक अस्पताल के सामने पड़ी तड़पती रही। जिसके कारण परिजनो ने जमकर हँगामा किया। महिला चिकित्सक से इस मामले मे जवाब तलब किया गया है।

घटना ऊंचाहार सीएचसी की है।

क्षेत्र के खरौली गाँव से अशोक कुमार की पत्नी सुरेखा को सुबह प्रासव के लिए सीएचसी लायी गयी थी। सुबह से उसका इलाज चल रहा था लेकिन उसको दर्द से आराम नहीं मिला। उसके बाद डाूटी पर तैनात महिला चिकित्सक ने प्रासूता को जिला चिकित्सालय के लिए रेफर कर दिया। परिजनो ने चिकित्सक को बताया कि उनके पास कोईं साधन नहीं है, इसके बावजूद प्रासूता को बिना एंबुलेंस मँगवाए अस्पताल से बाहर कर दिया गया। प्रासूता को दूसरी मंजिल से नीचे लाया गया और अस्पताल कि फर्स पर उसको लेटा दिया गया। प्रासूता फर्स पर असहाय पड़ी दर्द से तड़पती रही , लेकिन महिला चिकित्सक ने उस पर तरस नहीं खाया। महिला की बिगड़ती दशा देखकर परिजनो के सब्र का पैमाना छलक गया और परिजनो ने हँगामा करना शुरू कर दिया। परिजनो का आरोप था महिला चिकित्सक ने उनसे पाँच हजार रुपये मांगे थे, रुपया न देने पर प्रासूता को जबरन रेफर कर दिया गया। उसके बाद वहाँ काफी भीड़ जमा हो गयी।

सूचना पाकर सीएचसी अधीक्षक डा आरबी सिंह यादव मौके पर पहुंचे और उन्होने तुरंत एंबुलेंस मागवाईं तथा परिजनो को समझा बुझा कर शांत किया। उसके बाद प्रासूता को महिला चिकित्सालय ले जया गया।

सीएचसी अधीक्षक ने बताया कि महिला चिकित्सक अथवा परिजनो मे से किसी ने उनको मामले कि जानकारी नहीं दी थी। रुपये मांगने की भी किसी ने कोईं शिकायत नहीं की है, इस संबंध मे महिला चिकित्सक डा. रिचा मौर्यां से जवाब तलब किया गया है।


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