संतुलित आहार, व्यायाम व नियमित दिनचर्या से मधुमेह का बेहतर प्रबंधन संभव ः डॉ. चोर्डिया

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Published on : 29 Apr, 17 09:04

उदयपुर। तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम द्वारा हार्मोनल डिसीज-कारण एवं उपचार विषय पर संगोष्ठी का आयोजन होटल ड्रीम पैलेस में किया गया। संगोष्ठी के मुख्य वक्ता डॉ. जय चोर्डिया ने अंतःस्त्रावी ग्रंथियों की कार्यप्रणाली एवं उससे शरीर पर होने वाले प्रभावों की विस्तृत जानकारी दी और बताया कि मां को गर्भावस्था से ही थाइराइड एवं अन्य हार्मोन्स की जांच करवाते रहना चाहिये जिससे कि नवजात शिशु में होने वाली विभिन्न शारीरिक अनियमितता यथा विकलांगता, मंदबुद्धि जैसी समस्याओं से बचा जा सके। माता-पिता की जानकारी एवं चिकित्सक के उचित मार्गदर्शन से बडी आसानी से बच्चों को इन असाध्य रोगों से बचाया जा सकता है।
डॉ. चोर्डिया ने मधुमेह के बारे में कहा कि इस रोग में व्यक्ति को खाद्य पदार्थों एवं उनके द्वारा शरीर पर पडने वाले प्रभाव का सही अनुमान लगाये जाने की आवश्यकता है न कि किसी पदार्थ को पूर्णतः छोडने की जरूरत है। पदार्थ की उचित मात्रा व सही समय का निर्धारण जरूरी है। संतुलित आहार, व्यायाम व नियमित दिनचर्या से मधुमेह का बेहतर प्रबंधन संभव है।
कार्यक्रम में टीपीएफ अध्यक्ष निर्मल धाकड ने अतिथियों का स्वागत किया और फोरम द्वारा किये गये विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए आगामी कार्यक्रमों की रूपरेखा प्रस्तुत की। जीबीएच अमेरिकन हॉस्पिटल के अधीक्षक डॉ. आर.एस. नैनावटी ने टीपीएफ का परिचय दिया। अतिथि का सम्मान बी.पी. जैन, निर्मल कुणावत एवं चन्द्रेश बापना ने किया। संचालन मुकेश बोहरा ने किया।





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