खोली दलित-मुस्लिम एकता की पोल : डा सुरेन्द्र जैन

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Published on : 27 Apr, 17 10:04

नई दिल्ली। डा भीम राव अम्बेडकर की पावन जयंती पर निकाली गई शोभा यात्रा पर सहारनपुर के दुधाली गाँव में जिहादी तत्वों द्वारा जो हमला किया गया उसकी विश्व हिन्दू परिषद ने घोर निंदा की है. परिषद के अंतर्राष्ट्रीय संयुक्त महामंत्री डा सुरेन्द्र जैन ने आज कहा कि इस हमले से यह स्पष्ट हो गया है कि दलित-मुस्लिम एकता का जो नारा कुछ मुस्लिम नेताओं द्वारा दिया गया था वह केवल एक छलावा था. इसका उद्देश्य हिन्दू समाज को बाँट कर अपनी राजनैतिक रोटियाँ सेकना ही था. अब उन नेताओं की नीयत की पोल खुल गई है. जिहादी तत्वों ने एक बार पुन: स्पष्ट कर दिया है कि वे सभी हिन्दुओं को काफिर समझाते हैं. बिहार, बंगाल, केरल व पश्चिमी उत्तर प्रदेश सहित सम्पूर्ण देश में पिछले दिनों हिन्दुओं पर हुए हमलों ने यह बात और स्पष्ट कर दी है. गत कई वर्षों से इस गाँव में डा अम्बेडकर की शोभायात्रा को प्रवेश नहीं मिलता था. इस बार जब यात्रा ने गाँव में प्रवेश किया तो उस पर हिंसक हमला किया गया जिसमें, दसियों लोग घायल हो गए. विहिप ने हमलावरों के विरुद्ध ऎसी कड़ी कार्यवाही की मांग भी की है जिससे जिहादी तत्व आगामी किसी शोभायात्रा पर हमले का दुस्साहस न कर सकें.
उन्होंने कहा कि दलित मुस्लिम एकता का भ्रम निर्माण करने का यह पहला प्रयास नहीं है. स्वयं बाबा अम्बेडकर को इस षड्यंत्र में फंसाने की कोशिश की गई थी. हैदरावाद के निजाम ने इसी तरह का प्रस्ताव कुछ प्रलोभनों के साथ डा साहब के समक्ष रखा था किन्तु, वे दूरदर्शी थे, जिन्हें, न तो किसी प्रकार के छलावे में ही फंसाया जा सकता था और ना ही उन्हें खरीदने की किसी की औकात थी. निजाम के प्रस्ताव को ठुकराते हुए उन्होंने कहा कि ‘जिहादियों के लिए सभी हिन्दू काफिर हैं. वे किसी को नहीं छोड़ेंगे’. हालांकि, एक अन्य दलित नेता डा गोपाल इस भ्रम में फंस कर पाकिस्तान में मंत्री तो बन गए किन्तु वहां के दलित समाज पर हुए अनवरत अत्याचारों को देख उनका भी यह भ्रम टूट गया और अंततोगत्वा वे भी शीघ्र अपनी मातृभूमि भारत लौट आए. उन्होंने भी इस षडयंत्र का भंडाफोड़ किया था.
डा जैन ने यह भी कहा कि दलित समाज का इतिहास इस बात का साक्षी है कि वे किसी अन्य हिन्दू से कम धर्मप्रेमी नहीं हैं. अपितु देश, धर्म व गौ रक्षार्थ उनका समर्पण सदैव गौरवशाली व अनुकरणीय रहा है. अस्पृश्यता व भेदभाव के अभिशाप से मुक्ति हेतु एक तीव्र लहर चल पड़ी है जो और तेज गति पकड़कर इस पाप को हमेशा के लिए समाप्त करेगी. इस अभिशाप को मिटाने में यही भेद निर्माण करने वाले नेता बाधाएं डालते हैं और डा अम्बेडकर के सामनों को पूरा नहीं होने देते.
विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री विनोद बंसल द्वारा जारी वयान में डा जैन ने यह भी स्पष्ट किया कि अब इन स्वार्थी सैक्यूलरिस्ट राजनेताओं और जिहादी नेताओं के नापाक गठबंधन की चालों को देशभक्त समाज समझ चुका है. हिन्दू समाज का विभाजन कर देश को अपने कब्जे में लेने का इनका षडयंत्र अब पूरा नहीं हो सकेगा. देश भक्त जनता इनको मुंहतोड़ जबाव देगी.

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