जिले में जल संरक्षण के लिए हजारों कार्यों पर लगा हुआ है जन-मन

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Published on : 27 Apr, 17 10:04

बांसवाड़ा, गांवों को जल स्वावलंबी बनाने की राज्य सरकार की मंशाओं के अनुरूप ही जनजाति अंचल बांसवाड़ा जिले में मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के तहत चिह्नित गांवों में जल संरक्षण-संवर्धन कार्य वृहद पैमाने पर करवाए जा रहे हैं। जल संरक्षण के उदात्त उद्देश्य के कारण ग्रामीणों का इसमें भावनात्मक जुड़ाव भी है और अभियान के द्वितीय चरण के तहत वर्तमान में एक हजार से अधिक कार्य पूर्ण भी हो चुके हैं।
द्वितीय चरण में 8 विभागों के 9 हजार 278 कार्य:
जिला कलक्टर भगवतीप्रसाद ने बताया कि जिले में अभियान के द्वितीय चरण के तहत 8 विभागों के 9 हजार 278 कार्यों को लिया गया है जिसमें से 9 हजार 83 की तकनीकी और वित्तीय स्वीकृति भी जारी की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि अभियान में जलग्रहण विभाग के2 हजार 994, पंचायती राज के 3 हजार 949, जल संसाधन के 65, वन के 1 हजार 117, ग्रामीण विकास के 258, कृषि के 609, उद्यान के 180 तथा जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के 105 कार्य स्वीकृत किए गए हैं।
2 हजार से अधिक कार्यों पर जुटे हुए है ग्रामीण:
जिले में वर्तमान में 2 हजार 452 कार्यों पर इन दिनों विभागीय अधिकारी-कर्मचारियों के साथ ग्रामीणजन जुटे हुए हैं। जिले में अभियान के द्वितीय चरण में स्वीकृत कार्यों में से अब तक 1 हजार 32 कार्यों को पूर्ण भी कर लिया गया है वहीं 291 कार्य तो 50 प्रतिशत तक तथा 393 कार्य 75 प्रतिशत से अधिक पूर्ण हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि शेष समस्त कार्यों को 30 जून से पूर्व संपन्न करने के लिए पूरे उत्साह के साथ पूरा जिला जुटा हुआ है।
गुणवत्ता के लिए विशेष निर्देश:
जिला कलक्टर ने बताया कि मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के द्वितीय चरण के तहत हो रहे कार्यों को गुणवत्तायुक्त संपन्न करने के लिए समस्त विभागीय अधिकारियों-कर्मचारियों को पाबंद किया गया है और इन दिनों चल रहे कार्यों की सतत मॉनिटरिंग की जा रही है। कार्यस्थलों पर निरीक्षण पंजिका रखवाते हुए इनके निरीक्षण के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि अभियान के तहत कच्चे कार्यों को देखते हुए अधिकारियों को कहा गया है कि मिट्टी के कार्यों पर पानी डालते हुए व्यवस्थित कॉम्पेक्शन किया जाए।
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