पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र कार्यक्रम समिति की बैठक

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Published on : 26 Apr, 17 09:04

पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र कार्यक्रम समिति की बैठक पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र की कार्यक्रम समिति की बैठक सोमवार को गोवा के कला एवं संस्कृति मंत्री श्री गोविन्द गावडे की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई जिसमें केन्द्र द्वारा वर्ष २०१७-१८ के दौरन कार्यक्रमों तथा विभिन्न कला योजनाओं के प्रस्तावों को स्वीकृत किया गया। जिसमें उदयपुर में शिल्पग्राम उत्सव, गोवा में ऑक्टेव, महाराष्ट्र तथा गुजरात में लहर के आयोजनों के प्रस्ताव स्वीकृत किये गये।
उदयपुर के होटल लेक एण्ड में आयोजित बैठक में गोवा के कला एवं संस्कृति मंत्री श्री गोविन्द गावडे ने कहा कि कला और संस्कृति के प्रोत्साहन तथा उसे भावी पीढी तक पहुंचाने में हम प्रयासरत और कटिबद्ध हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि कला के विकास के साक्ा-साथ उसका भारत से बाहर भी प्रचार हो तो भारत की एक अच्छी छवि विश्व के सम्मुख प्रस्तुत होगी तथा भारत सुपर पावर के रूप में विश्व के सामने खडा होगा। उन्होंने दिव्यांग बालकों के लिये भी विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करने की आवश्यकता जतलाई।
बैठक में केन्द्र निदेशक श्री फुरकान ख्ाान ने केन्द्र द्वारा वर्ष २०१६-१७ के दौरान आयोजित कार्यक्रमों का ब्यौरा प्रस्तुत किया। जिस पर सदस्यों ने केन्द्र के आयोजनों की प्रशंसा करते हुए करतल ध्वनि से अभिवादन किया। इस अवसर पर केन्द्र निदेशक श्री फुरकान ख्ाान ने केन्द्र द्वारा आगामी वित्त वर्ष २०१७-२०१८ में केन्द्र के कार्यक्रम प्रस्तावों को सदन के सम्मुख प्रस्तुत किया जिसमें उदयपुर के शिल्पग्राम में शिल्पग्राम उत्सव, गोवा में लोकोत्सव, गुजरात में वसंतोत्सव तथा महाराष्ट्र में लोक तरंग के आयोजन के प्रस्ताव मुख्य रूप से उल्लेखनीय हैं।
बैठक में श्री ख्ाान ने बताया कि केन्द्र की वित्तीय स्थिति अच्छी है तथा वह कार्यक्रमों पर आगामी वर्ष में १०५० लाख रूपये व्यय करेगा। उन्होंने बताया कि केन्द्र द्वारा अपने सदस्य राज्य राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र तथा गोवा एवं केन्द्र शासित प्रदेश दमण, दीव तथा दादरा नगर हवेली में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करेगा। इनमें पारंपरिक उत्सव के अंतर्गत दमण में नारियल पूर्णिमा उत्सव, गोवा में गणेशोत्सव, दादरा नगर हवेली में तारपा उत्सव, गुजरात में डांग दरबार, महाराष्ट्र के पंढरपुर में दक्षिण काशी उत्सव तथा चन्द्रभागा फेस्टीवल व बांसवाडा में घोटिया आम्बा उत्सव में सहभागिता करेगा। केन्द्र द्वारा इस वर्ष उदयपुर में मल्हार, मोढेरा -गुजरात, गोवा के मार्दोल तथा औरंगाबाद में शास्त्रीय नृत्य समारोह का आयोजन किया जाना प्रस्तावित किया गया है। केन्द्र द्वारा दमण व दीव उत्सव में भी सहभागिता की जावेगी।
दृश्य कलाओं में केन्द्र द्वारा इस वर्ष प्रिन्ट मेकिंग, डिजाइन, शिल्प, फोटोग्राफी इत्यादि की कार्यशालाओं के अलावा गोवा में पेन्टर्स केम्प चित्रांकन का आयोजन प्रमुख उल्लेखनीय हैं।
ग्रामीण स्तर पर लोक कलाओं के प्रसार के लिये केन्द्र द्वारा अपने सदस्य राज्यों में यात्रा रूप में ’’यात्रा पश्चिमालाप‘‘ का आयोजन किया जायेगा जिसमें केन्द्र के कलाकारों का दल विभिन्न तहसीलों/तालुकों में कला प्रदर्शन करेगा। इसके अलावा केन्द्र द्वारा जनजातीय कलाओं पर आधारित ’’अरण्य पर्व‘‘, सागर तटीय संस्कृति महोत्सव ’’लहर-दी वेव‘‘ लोक व जनजातीय कलाओं पर कार्यशाला, रंगमंच प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत ’’नाट्योत्सव‘‘, ’’रंगशाला‘‘, ’’लोक नाट्य समारोह‘‘, ’’बहुभाषी नाट्य समारोह‘‘, जम्मू व कश्मीर उत्सव, ऑक्टेव, गुरू शिष्य परंपरा ’’उत्तराधिकार‘‘ के अंतर्गत कला का शिक्षण प्रशिक्षण, प्रलेखन काय आदि प्रमुख है। योजनाओं में भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के सहयोग से विदेशों में भारत महोत्सव, युवा प्रतिभा कला पुरस्कार आदि आयोजन उल्लेखनीय हैं।
इससे पूर्व बैठक में केन्द्र द्वारा प्रलेखन योजना के अंतर्गत निर्मित वृत्त चित्र ’’गोंधल‘‘ का प्रदर्शन किया गया। गोवा के कला एवं संस्कृति मंत्री श्री गोविन्द गावडे ने इस अवसर पर केन्द्र द्वारा प्रकाशित मोनाग्राफ ’’मणियारो रास‘‘ का विमोचन किया। बैठक में गुजरात के युवक सेवा एवं सांस्कृतिक प्रवृत्ति विभाग के सचिव श्री वी.पी. पटेल, गोवा के कला एवं संस्कृति सचिव श्री दौलत हवलदार, गोवा के कला एवं संस्कृति निदेशक श्री प्रसाद लालयेकर, महाराष्ट्र के सांस्कृतिक कार्य विभाग के निदेशक श्री संजय पाटिल, गोवा के कला विशेषज्ञ श्री वैंकटेश प्रभुदेसाई, बाल भवन दीव के श्री प्रेमजीत बारिया, बाल भवन दमण की श्रीमती श्रुति पालीवाल, बाल भवन सिलवास की श्रीमती मोनिका सोनी तथा केन्द्र के अतिरिक्त निदेशक श्री सुधांशु सिंह उपस्थित थे।


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