भारत ने मुझे संयम सिखाया : करमापा

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Published on : 24 Apr, 17 07:04

करमापा के लिए भारत की एक खास जगह है। उनका कहना है कि इसका उन्हें व्यक्तिगत रूप से कई मायनों में फायदा मिला है खासकर संयम समेत कई आध्यात्मिक शक्तियों के विकास में। करमापा ने कहा, तिब्बती लोगों के लिए खासकर भारत एक बेहद खास देश है। कई लोग तिब्बत से भारत चले आए। इसलिए सभी तिब्बती लोगों के लिए भारत का हमारे दिलों में एक खास स्थान है। 17वें करमापा ओगिन त्रिनले दोरजे ने एक साक्षात्कार में कहा, मैं 17 वर्ष पहले भारत आया था। व्यक्तिगत रूप से इस अवधि में कई बार मुश्किल समय का सामना करना पड़ा। लेकिन जब मैं आया तो भारत ने संयम समेत मेरी आध्यात्मिक शक्तियों के विकास में मदद दी। तिब्बती बौद्ध धर्म के पंथ करमा काग्यु के आध्यात्मिक प्रमुख करमापा ने ‘‘इंटरकनेक्टेड: एंब्रेसिंग लाइफ इन अवर ग्लोबल सोसाइटी’ नाम की किताब लिखी है जिसका प्रकाशन विस्डम पब्लिकेशन्स ने किया है। इसके वितरक हैं सिमोन ऐंड शूस्टर।
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