सोच, कार्य और व्यवहार में सिविल रहते हुए कर्त्तव्य निभाएं

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Published on : 21 Apr, 17 21:04

सिविल सर्विसेज डे पर राज्य स्तरीय समारोह लोकसेवक सोच, कार्य और व्यवहार में सिविल रहते हुए कर्त्तव्य निभाएं -मुख्य सचिव

सोच, कार्य और व्यवहार में सिविल रहते हुए कर्त्तव्य निभाएं जयपुर, मुख्य सचिव श्री ओपी मीना ने कहा है कि लोकसेवक सोच, कार्य और व्यवहार में ’सिविल’ रहते हुए कर्त्तव्य का निर्वहन करे। इससे वे कार्य क्षेत्र में हर चुनौती और कठिनाई का सामना करते हुए अपनी अमिट छाप छोड सकते हैं।
मुख्य सचिव श्री मीना शुक्रवार को सिविल सर्विसेज डे के अवसर पर हरीशचंद्र माथुर लोक प्रशासन संस्थान (एचसीएम-रीपा) में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस दिन अखिल भारतीय सेवाओं एवं राज्य सेवाओं के अधिकारी अपने दायित्वों का पुनः स्मरण करते हुए उनके प्रति खुद को पूरी तरह समर्पित करने का संकल्प लें।
समय बदला पर सेवाओं के उद्देश्य वहीं


मुख्य सचिव ने कहा कि समय बदल गया है, तकनीक ने काम को आसान भी बनाया है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी से कार्य करने के तरीके में परिवर्तन आ गया है, मगर सेवाओं के उद्देश्य वहीं है। लोकसेवकों को अंतिम पंक्ति में खडे साधारण एवं पात्र व्यक्ति को फायदा पहुंचाने के ध्येय के साथ कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि लोकसेवक एक व्यवस्था के तहत कार्य करते हैं, नीतियों और निर्णयों के क्रियान्वयन का दायित्व उन पर है, इस कर्तव्य का पूरी निष्ठा और सहृदयता से निर्वहन करे।
राज्य के लोकसेवकों की अलग पहचान
श्री मीना ने कहा कि राज्य के लोकसेवकों के बारे में मोटे तौर पर यह कहा जा सकता है कि उन्हें जहां भी कार्य करने का अवसर मिला है, उन्होंने अपनी शैली से अलग पहचान बनाई है। उन्होंने अपने कार्य एवं योगदान से उच्च मापदंड तय किए हैं। यह हम सबके लिए गर्व का विषय है।
कोई छोटा या बडा नहीं
उन्होंने कहा कि सेवाओं में कोई छोटा या बडा नहीं होता। सब मिलकर टीम के रूप में काम करे। जब कभी भी किसी विषय को लेकर ’डाउट’ हो तो एक सेवा के अधिकारी दूसरी सेवा के अधिकारी या सीनियर-जूनियर से ’कंसल्ट’ करने में गुरेज नहीं करे।
अच्छे कार्यों-नवाचारों से प्रेरणा लें
एचसीएम-रीपा की महानिदेशक एवं अतिरिक्त मुख्य सचिव गुरजोत कौर ने अपने स्वागत उद्बोधन में कहा कि सिविल सर्विसेज डे लोकसेवकों को ’हमने क्या किया है और आगे क्या करना है’, इस पर विचार का अवसर देता है। उन्होंने कहा कि सिविल सर्विसेज के लोगों को विश्व में अन्यत्र लागू हुए नवाचारों एवं अन्य राज्यों में हुए अच्छे कार्यों से भी प्रेरणा ग्रहण करनी चाहिए। प्रशासनिक सुधार एवं सामान्य प्रशासन विभाग के प्रमुख सचिव श्री पीके गोयल ने सभी का आभार जताया।
अधिकारियों ने दिए प्रजेंटेशन
कार्यक्रम में अतिरिक्त मुख्य सचिव, पीडब्ल्यूडी एवं इंफ्रा श्री डीबी गुप्ता ने ’इमरजिंग चैलेंजेज बीफोर सिविल सर्विसेज एंड इवोलविंग सोशियो इकोनॉमिक एं टेक्नोलॉजिकल चेंजेज’, एडीजी-क्राइम श्री पंकज कुमार सिंह ने ’पुलिसिंग एंड एमर्जिंग चैलेंजेज’ तथा मुख्यमंत्री के सचिव श्री केके पाठक ने ’चैलेंजेज बीफोर सिविल सर्वेंट्स-मेकिंग डिफरेंस टू पीपल्स लाईव’ विषय पर अपने प्रस्तुतीकरण दिए।
ये रहे मौजूद
कार्यक्रम में राज्य के पुलिस महानिदेशक श्री मनोज भट्ट, राज्य के मुख्य वन संरक्षक श्री एके गोयल, सेंटर फार गुड गवर्नेंस के सदस्य सचिव श्री राकेश वर्मा, सम्भागीय आयुक्त श्री राजेश्वर सिंह एवं विभिन्न विभागों के प्रमुख शासन सचिव, शासन सचिव सहित अखिल भारतीय सेवाओं एवं राज्य सेवाओं के अधिकारियों ने शिरकत की।



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