एमपीयूटी,सीटीएई उदयपुर व HZL के बीच एमओयू

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Published on : 18 Apr, 17 10:04

उदयपुर !महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विष्वविद्यालय के संघटक प्रौद्योगिकी एवं अभियांत्रिकी महाविद्यालय(सीटीएई), उदयपुर व हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड, उदयपुर के बीच कुलपति सचिवालय में एमओयू पर हस्ताक्षर किये गये। विश्वविद्यालय की और से कुलपति प्रो. उमाशंकर शर्मा, व सीटीएई अधिष्ठाता, डॉ. एस.एस. राठौड एवं हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड, उदयपुर की और से श्री लक्ष्मणसिंह शेखावत, चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर(माइनिंग) व दिलीप पटनायक, हेड, एचआर ने एमओयू पर हस्ताक्षर किये । इस अवसर पर हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड, उदयपुर के संजयशर्मा हेड स्ट्रेटेजिक एचआर प्रोजेक्ट्स एलएण्डडी व विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रियंका जोधावत, वित्तनियंत्रक श्री डी.एन. पुरोहित, डायरेक्टर प्रवासी निदेशालय, डॉ. आर.ए. कौशिक, सीटीएई के भूतपूर्व अधिष्ठाता डॉ. बी.पी. नन्दवाना एवं सीटीएई के सभी विभागाध्यक्ष भी उपस्थित थे। माननीय कुलपति प्रो. शर्मा ने बताया कि सीटीएई महाविद्यालय राजस्थान में आईआईटी व एनआईटी के बाद प्रथम स्थान रखता है। महाविद्यालय में उपलब्ध संसाधन आईआईटी से कमतर नह है । यहॉ के छात्र हर क्षेत्र में अच्छा प्रर्दशन कर रहे है अभी हॉल ही में यहॉ के छात्रों ने एआईसीटीई नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित हेक्थॉन में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है तथा वर्ष २०१६-२०१७ में आयोजित ग्रेज्युएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग (गेट) परीक्षा में भी उत्कृष्ट प्रर्दशन किया है। महाविद्यालय के इस बार ९१ छात्र-छात्रा ’’गेट’’ परीक्षा में उत्तीर्ण हुए है। जो इस महाविद्यालय व विश्वविद्यालय के लिए गौरव की बात है। माननीय कुलपति ने आगे कहा कि हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड, महाविद्यालय के प्रत्येक विभाग के तृतीय वर्ष में उच्च अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थी को ५० हजार की स्कॉलरशिप प्रदान करता है । प्रो. शर्मा ने आशा जतायी कि आने वाले समय में हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड विश्वविद्यालय के साथ कई और क्षेत्रों में सहयोग प्रदान करेगा।

इस अवसर पर हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड, उदयपुर के श्री लक्ष्मणसिंह शेखावत, चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर(माइनिंग) ने कहा कि हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड खनन क्षेत्र म विश्व में सबसे अग्रणी कम्पनी हैं जिसका विश्व में कई देशों में कारोबार है। उन्होनें कहा कि सीटीएई के छात्रों की योग्यता व महाविद्यालय में उपलब्ध संसाधनों को देखते हुए हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड, उदयपुर ने यह पॉच वर्ष के लिए एमओयू किया है परन्तु यह एमओयू आगे के लिए भी जारी रहेगा । श्री शक्तावत ने आगे कहा कि विश्वविद्यालय उद्योगों के अनुरूप अपना पाठ्यक्रम तैयार करे जिससे वर्तमान परिदृश्य में उद्योगों की पूर्ति हो सके। आधारभूत ढॉचे को मजबूती देने के लिए उद्योगों को विषय-विशेषज्ञों की आवश्यकता होती है जिससे की उत्पादित सामान में किसी भी प्रकार की कोई कमी नही पाई जाये। इसके लिए हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड विश्व में कार्यरत विषय-विशेषज्ञो की सेवाये सीटीएई के छात्रों के लिए उपलब्ध कराई जायेगी । प्रेक्टिल ट्रेनिंग के लिए सीटीएई के विद्यार्थियों को हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड में प्रथम वरीयता प्रदान की जायेगी। हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड माईनिंग के विद्यार्थियों को प्रथम रोजगार के अवसर उलब्ध करायेगा। श्री शेखावत ने यह भी यह भी बताया कि जीडीपी के दर ७ प्रतिशत रखने के लिए खनन क्षेत्र को विशेष योगदान देना पडेगा उसके लिए यह एमओयू वरदान साबित होगा। इस अवसर पर हिदुस्तान जिंक लिमिटेड के श्री दिलीप पटनायक, हेड, एचआर ने भी अपने उद्बोधन में कहा कि किसी भी तकनीकी संस्था का सर्वांगिण विकास तभी हो सकता है जब वह संस्थान उद्योगों के साथ अधिक अधिक से करार करें व उनके अनुसार पाठ्यक्रमों का निर्माण करें जिससे कि संस्थान व उद्योग दोनों का विकास एक साथ हो सके तथा विद्यार्थियों को रोजगार के सुअवसर उपलब्ध हो।

महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. एस.एस. राठौड ने सभी अतिथियों को स्वागत करते हुए कहा कि हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड, उदयपुर व सीटीएई उदयपुर के बीच यह जो एमओयू हुआ है कि वह विश्वविद्यालय के इतिहास में मील का पत्थर साबित होगा । जिससे यहॉ के विद्यार्थियों को उत्तम से उत्तम, प्रेक्टिल ट्रेनिंग के साथ साथ वर्ल्ड क्लास एक्सपोजर प्राप्त होगा। अंत में सीटीएई के प्रशासनिक अधिकारी डॉ. दीपकशर्मा ने सभी अतिथियों का आभार जताया तथा धन्यवाद ज्ञापित किया।

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